लखनऊ : उत्तर प्रदेश में नई फिल्म सिटी की रूपरेखा सामने आ गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस फिल्म सिटी के निर्माण के लिए अपना मास्टर प्लान जारी कर दिया है। 1000 एकड़ क्षेत्र में बनने वाली यह फिल्म सिटी आधुनिक होगी। इसमें फिल्म और टेलीविजन निर्माण से लेकर प्रोडक्शन से जुड़ी सभी तकनीकी एवं आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। यह फिल्म सिटी फिल्मकारों की सभी जरूरतें पूरी करने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराने वाली भी होगी। फिल्म सिटी के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियों एवं फिल्म निर्माताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में अभिनेता परेश रावल, अनुपम खेर, कैलाश खेर, सुभाष घई, डेविड धवन और विवके अग्निहोत्री ने फिल्म सिटी निर्माण को लेकर अपने सुझाव दिए। आइए एक नजर डालते हैं यूपी सरकार की इस फिल्म सिटी से जुड़ी खासियतों के बारे में-
फिल्म सिटी में एक साथ कई फिल्मों की होगी शूटिंग
उत्तर प्रदेश सरकार ने जो फिल्म सिटी प्रस्तावित की है उसमें फिल्म निर्माण से जुड़े सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। 1000 एकड़ में बनने वाली इस फिल्म सिटी में कई स्टूडियो, सेट्स, बैकलॉग और फिल्म के प्रोडक्शन एवं पोस्ट प्रोडक्शन से जुड़ी सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस फिल्म सिटी में एक साथ कई फिल्मों की शूटिंग एवं टेलीविजन प्रोडक्शन का काम होगा।
पांच जोन में बंटी होगी फिल्म सिटी
फिल्म सिटी पांच जोन में बंटी होगी। ये पांच जोन-इंटरेंस ऑफिस, शूटिंग एरिया एवं आवासीय क्षेत्र, थीम पार्क, आउटडोर लोकेशंस, यूनिवर्सिटी एवं स्टूडियो और एयरपोर्ट होंगे।
स्पेशल इफेक्ट स्टूडियो, क्लब हाउस,फूड कोर्ट सब एक जगह
इसमें फिल्म प्रोडक्शन, स्टूडियो, आउटडोर लोकेशन, पोस्ट प्रोडक्शन, स्पेशल एफेक्ट स्टूडियो. होटल, क्लब हाउस, गांव,वर्कशाप, पर्यटन एवं मनोरंजन, फिल्म यूनिवर्सिटी, रिटेल एवं शॉपिंग स्थल, फूड कोर्ट, मनोरंजन पार्क, हॉस्पिटिलिटी, कंवेंशन सेंटर और खेल के मैदान होंगे।
केवल फिल्म ही नहीं पर्यटन एवं मनोरंजन भी
इस फिल्म सिटी का इस्तेमाल केवल फिल्म निर्माण से जुड़ी गतिविधियों के लिए नहीं बल्कि पर्यटन स्थल एवं मनोरंजन के एक केंद्र के रूप में भी होगा। इसमें गॉर्डन, लैंडस्केप, मनोरंजन पार्क, प्रतिमाएं, होटल, रेस्तरां और शॉपिंग की जगहें होंगी।
फिल्म प्रोडक्शन की सभी सुविधाएं
फिल्म सिटी में कई स्टूडियो बनाए जाएंगे। इनमें राज्य की कला को प्रदर्शित करने वाले स्टूडियो होंगे। स्टूडियो ऐसे भी होंगे जिन्हें जरूरत के हिसाब से छोटा और बड़ा बनाया जा सकेगा। फिल्म निर्माताओं को एक ही छत के नीचे प्री-प्रोडक्शन, प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन की सुविधाएं मिलेंगी। स्डूडियो में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित किया जाएगा।
गांव एवं आउडडूर सेट्स
फिल्म सिटी में राज्यों की विशेषताओं को उजागर करते हुए ग्रामीण पृष्ठभूमि के सेट्स बनाए जाएंगे। आउटडोर लोकेशंस भी होंगे। गांवों एवं आउटडोर लोकेशंस के सेट्स के लिए सुविधाएं होंगी।
फिल्म यूनिवर्सिटी
फिल्म यूनिवर्सिटी में राज्य की कला एवं कौशल को प्रदर्शित करने वाली चीजें होंगी। यहां छात्रों को मीडिया के पेशवर लोगों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। यहां सीखने एवं काम करने का एक जीवंत माहौल मिलेगा।
मॉडर्न कलेवर वाला होगा प्रशासनिक भवन
फिल्म सिटी का प्रशासनिक भवन आधुनिक कलेवर वाला होगा।
फिल्म सिटी में हेलीपैड से लेकर म्यूजियम तक
फिल्म सिटी में लोगों के मनोरंजन एवं उनकी जरूरत की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसमें रिटेल सेंटर, फूड कोर्ट, एम्पीथियेटर, व्यूइंग गैलरी, रेस्ट रूम, मनोरंजन पार्क, संग्रहालय और कॉमन पार्किंग होगी।
विश्व सस्तरीय संग्रहालय
फिल्म सिटी में विश्व स्तरीय म्यूजियम होगा। यह भारतीय सिनेमा की पूरी विरासत को प्रदर्शित करेगा। इसमें फिल्म अर्काइव और फिल्म प्रोसेस से जुड़ी चीजें भी होंगी।
पांच सितारा से लेकर बजट होटल तक
फिल्म सिटी में पांच फाइव स्टार तीन होटल तीन सितारा होंगे। इसके अलावा यहां बजट होटल, डॉरमिट्रीज एवं कंवेशन हॉल होंगे।
फिल्म सिटी में हेलीपैड, मल्टीपल पार्किंग, टिकट एवं सूचना केंद्र, यूनिवर्सल स्टूडियो, पाइनवुड स्टूडियो, वार्नर ब्रदर्स वर्ल्ड, बॉलीवुड म्यूजियम, सेवन वंडर्स, अम्यूजमेंट पार्क, मॉन्यूमेंटल एवेन्यू, क्लब हाउस, गांव, शूटिंग फ्लोर्स, अलग-अलग तरह के टीवी स्टूडियो की सुविधा होगी।
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