नई दिल्ली : टोक्यो ओलंपिक में देश का नाम ऊंचा करने वाले चैंपियन खिलाड़ी सोमवार को स्वदेश लौट आए। देश में वापस कदम रखते ही दिल्ली एयरपोर्ट पर इन 'पदकवीरों' का सुपरस्टार की तरह स्वागत हुआ। एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में प्रशंसक और उनके चाहने वाले जुटे थे। खासकर 'गोल्डेन ब्वॉय' नीरज कुमार की एक झलक पाने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता देखी गई। अपने चैंपियन खिलाड़ियों का स्वागत करने के लिए बच्चे भी पहुंचे थे। खिलाड़ियों को देखते ही वहां मौजूद लोगों ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। पहलवान रवि दहिया, बजरंग पूनिया, मुक्केबाज लवलीना, हॉकी टीम का स्वागत करने के लिए हजारों की संख्या में लोग एयरपोर्ट के बाहर जुटे थे।
केंद्रीय मंत्रियों ने किया खिलाड़ियों का सम्मान
अशोका होटल में ओलंपिक खिलाड़ियों का संवागत करने तीन केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, किरन रिजिजू और निसीत प्रमाणिक पहुंचे। केंद्रीय मंत्रियों ने खिलाड़ियों को बुके, स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित किया। कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना, बजरंग पूनिया को सम्मानित किया गया। इस मौके पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'नीरज चोपड़ा, बंजरंग पूनिया, लवलीना और अन्य खिलाड़ी नए भारत की नुमाइंदगी करने वाले हैं। ने 'न्यू इंडिया' के 'न्यू हीरो' हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारी तरफ से इन्हें खेल की सभी सुविधाएं मलें।'
एयरपोर्ट से अशोका होटल पहुंचे खिलाड़ी
दिल्ली एयरपोर्ट से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच खिलाड़ियों का काफिला अशोका होटल के लिए रवाना हुआ। एयरपोर्ट से लेकर अशोका होटल तक सुरक्षा का भारी बंदोबस्त था। रास्ते में खिलाड़ियों के पोस्टर भी लगे थे। अशोका होटल में हॉकी महिला टीम ने केक काटकर खुशी का इजहार किया। महिला हॉकी टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहली बार पहुंची और चौथे स्थान पर रही।
टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारत का शानदार प्रदर्शन
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने इस बार एक स्वर्ण, दो रजत पदक और चार कांस्य पदक सहित कुल सात पदक जीते हैं। मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना ने कहा कि वह सभी धन्यवाद देती हैं। उन्होंने कहा कि घर वापस आकर वह बहुत खुश हैं। लवलीना ने कहा कि उनका अगला लक्ष्य पेरिस ओलंपिक (2024) में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है।
120 सदस्यीद दल जापान पहुंचा था
टोक्यो ओलंपिक में भारत से 120 सदस्यीय दल जापान पहुंचा था। इसमें से 55 खिलाड़ियों ने क्वार्टर फाइनल या उससे अधिक तक प्रदर्शन किया। पहली बार देश के पांच एथलीटों ने स्वर्ण पदक के लिए मुकाबला किया और 40 ने सेमी फाइनल तक जगह बनाई।