Ranchi Property Expensive: रांची के ग्रामीण क्षेत्र में महंगे हुए जमीन और मकान, कल से नई दरें होंगी लागू

Ranchi News: राजधानी में जमीन और मकान की कीमत में बढ़ोतरी हो गई है। स्टांप और निबंधन शुल्क बढ़ने के कारण प्रॉपर्टी की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह बढ़ोतरी हुई है, जिससे आम लोगों को अब घर का सपना पूरा करने के लिए अधिक रकम खर्च करनी पड़ेगी।

Property has become expensive in rural areas of Ranchi
रांची के निबंधन कार्यालय में लोगों की भीड़  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • जमीन और मकान की कीमत में 5 से 10 प्रतिशत तक हुई बढ़ोतरी
  • स्टांप और निबंधन का नया शुल्क एक अगस्त से होगा लागू
  • हर दो साल पर खरीद-बिक्री की कीमतों में होती है बढ़ोतरी

Ranchi Property Expensive: रांची के ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन और मकान की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। यह बढ़ोतरी पांच से लेकर 10 प्रतिशत तक हुई है। दरअसल, एक अगस्त से स्टांप और निबंधन शुल्क में इजाफा हो रहा है, जिस वजह से जमीन और मकान की कीमत भी बढ़ गई है। प्रॉपर्टी की बढ़ी हुई कीमत से आम लोगों की चिंता थोड़ी बढ़ गई है। अब तक लोग रांची शहर में जमीन महंगी होने से परेशान थे। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग ग्रामीण क्षेत्रों में ही जमीन और मकान खरीद रहे थे। अब उन्हें इन क्षेत्रों में भी मोटी रकम अदा कर प्रॉपर्टी खरीदनी पड़ेगी। 

जमीन और मकान की कीमतों में एक अगस्त से बढ़ोतरी को देखते हुए पिछले तीन दिनों से निबंधन कार्यालय में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। हिनू रजिस्ट्री कार्यालय में शुक्रवार को 74 डीड की रजिस्ट्री हुई थी। गुरुवार को 88 डीड की रजिस्ट्री की गई थी। जबकि सामान्य दिनों में यह संख्या 20 के आसपास रहती थी।

शनिवार को 92 डीड की रजिस्ट्री की गई

अवर निबंधक कार्यालय हिनू (ग्रामीण) में शनिवार को रिकॉर्ड 92 डीड की रजिस्ट्री कराई गई है। मोरहाबादी रजिस्ट्री कार्यालय में 28 डीड रजिस्टर हुई। कुछ रजिस्ट्री कचहरी स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में भी कराई गई। इस बारे में सब रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी का कहना है कि इस बार मूल्यांकन के बाद ग्रामीण क्षेत्र की जमीन और मकान की कीमतों में 10 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। एक अगस्त से बढ़ी कीमत लागू हो जाएगी। 

भू-राजस्व एवं निबंधन विभाग तय करता है न्यूनतम मूल्य

हर दो साल पर जमीन और मकान की खरीद-बिक्री के लिए भू-राजस्व एवं निबंधन विभाग न्यूनतम मूल्य तय करता है। इस साल ग्रामीण क्षेत्र की प्रॉपर्टी की दरें बढ़ाई गईं हैं। जबकि बीते साल शहरी क्षेत्र की संपत्तियों के दाम बढ़ाए गए थे। मकान को कच्चा, पक्का और डीलक्स संरचना के आधार पर बांटा जाता है। 

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