Ranchi Money Laundering: रांची में आईएएस पूजा सिंघल मामले में अब नगर निगम के दो इंजीनियर और बिल्डर से पूछताछ

Ranchi Money Laundering: पूर्व आईएएस पूजा सिंघल मनी लांड्रिंग केस में दो और लोगों पर शिकंजा कसा जा सकता है। फिलहाल ईडी ने इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है। पिछले 10 दिनों से लगातार मामले की जांच में कई लोगों की संलिप्तता उजागर हुई है। इसी कड़ी में अब दो इंजीनियर और एक बिल्डर से पूछताछ की गई है।

Two municipal engineers interrogated in Pooja Singhal case
पूजा सिंघल केस में नगर निगम के दो इंजीनियर से पूछताछ (फाइल फोटो)  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • नगर निगम की टाउन प्लानिंग शाखा के दो जूनियर इंजीनियरों से ईडी ने की पूछताछ
  • बिल्डर विमल कुमार उर्फ मिठ्ठू पांडेय से भी हुई पूछताछ
  • पल्स डायग्नोस्टिक सेंटर और पल्स अस्पताल के नक्शे की मंजूरी के बारे में ली गई जानकारी

Ranchi Money Laundering: मनी लॉड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच अब पूर्व आईएएस पूजा सिंघल के पति अभिषेक के अस्पताल को लेकर जांच हो रही है। सरकारी जमीन पर बिना नक्शे बहुमंजिला इमारत खड़ी करने को लेकर संदेह के घेरे में नगर निगम के दो जूनियर इंजीनियर और एक बिल्डर है। सोमवार की दोपहर ईडी ने नगर निगम की टाउन प्लानिंग शाखा के जूनियर इंजीनियर सुनील श्रीवास्तव और विवेश कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया। इनसे एक घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई। 

इनके अलावा शहर निवासी बिल्डर विमल कुमार उर्फ मिठ्ठू पांडेय को भी ईडी ने अपने कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की। इन तीनों से पल्स डॉयग्नोस्टिक सेंटर और पल्स अस्पताल के निर्माण के संबंध में पूछताछ हुई। 

बिल्डर बोला-पैसे देने पर किसी को भी बेच सकता हूं बिल्डिंग

ईडी कार्यालय से निकलने के बाद बिल्डर विमल ने कहा कि पल्स डायग्नोस्टिक वाली बिल्डिंग मैंने ही बनवाई है। इससे जुड़े सवाल-जवाब ईडी ने किए। मैंने जानकारी दी कि बिल्डिंग बनाना मेरा काम है और बेचना भी। जो भी पैसे देगा, उनकी बिल्डिंग या फ्लैट वह खरीद सकता है। विमल ने कहा कि उन्होंने पल्स डायग्नोस्टिक को एक फ्लोर बेचा है। इससे जुड़े सभी पेपर उनके पास मौजूद हैं। 

साहेबगंज के डीएमओ से भी हुई है पूछताछ

पूजा सिंघल मनी लांड्रिंग केस में साहेबगंज के जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) से भी पूछताछ हो चुकी है। पिछले हफ्ते ईडी कार्यालय बुलाकर उनसे घंटों पूछताछ की गई थी। इसके अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर में भी पूजा सिंघल के खास के यहां छापेमारी हो चुकी है।  

सीओ-एसी ने की थी अस्पताल की जमीन की जांच 

अस्पताल की जमीन की जांच अंचल अधिकारी (सीओ) तत्कालीन अपर समाहर्ता ने की थी। संभवत जांच रिपोर्ट राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग, मुख्यमंत्री सचिवालय को दी गई है। इस जमीन का अब तक दाखिल-खारिज नहीं हुआ है। कारण जमीन पर विवादित रूप से निर्माण बताया गया है। जमीन भूईहरि प्रकृति की है। 

अगली खबर