Ranchi Cable Stay Bridge: रांची के सिरमटोली में बनेगा 2.34 किलोमीटर लंबा केबल स्टे ब्रिज, 337 करोड़ रुपए मंजूर

Ranchi Cable Stay Bridge: रांची में अब सिरमटोली में जाम से निजात दिलाने के प्लान में बड़ा बदलाव हुआ है। अब यहां फ्लाईओवर न बनाकर केबल स्टे ब्रिज बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। निर्माण के लिए फंड भी जारी कर दिया है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।

Now cable stay bridge will be built in Sirmatoli of Ranchi
रांची के सिरमटोली में अब बनेगा केबल स्टे ब्रिज (प्रतीकात्मक तस्वीर)  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • रेलवे से जमीन की समस्या का समाधान नहीं होने से प्लान में किया गया बदलाव
  • केबल स्टे ब्रिज के निर्माण पर 337 करोड़ रुपए होंगे खर्च
  • ब्रिज का निर्माण एलएंडटी कंपनी करेगी

Ranchi Cable Stay Bridge: राजधानी के सिरमटोली में काफी समय से प्रस्तावित फ्लाईओवर अब नहीं बनेगा। यहां अब केबल स्टे ब्रिज बनाया जाएगा। हेमंत सरकार ने इसके निर्माण के लिए 337 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। केबल स्टे ब्रिज की लंबाई 2.3 किलोमीटर रहेगी। इसे बनाने की जिम्मेदारी एलएंडटी कंपनी को दी गई है।  

केबल स्टे ब्रिज के निर्माण में भूमि अधिग्रहण और रेलवे से अनापत्ति पत्र (एनओसी) लेने की जरूरत नहीं रहेगी। सिरमटोली से राजेंद्र चौक और मेकन गोल चक्कर तक केबल स्टे ब्रिज बनाया जाएगा। यह चार लेन का होगा।  

ब्रिज का एक हिस्सा नेपाल हाउस की ओर उतरेगा

इस केबल स्टे ब्रिज का एक हिस्सा राजेंद्र चौक से नेपाल हाउस की तरह भी उतरेगा। यह भाग दो लेन का रहेगा। चार लेन वाले ब्रिज की लंबाई 1632 मीटर और दो लेन वाले की लंबाई 295 मीटर रहेगी। इससे पहले सिरमटोली से राजेंद्र चौक तक फ्लाईओवर बनाने के लिए लगभग सवार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना था। 

0.1 एकड़ निजी जमीन का भी करना पड़ता अधिग्रहण

इससे पहले सिरमटोली में 0.51 एकड़ और राजेंद्र चौक पर 0.81 एकड़ सरकारी जमीन की जरूरत बताई गई थी। राजेंद्र चौक के पास 0.1 एकड़ निजी जमीन का अधिग्रहण भी करना पड़ता। अब केबल स्टे ब्रिज बनाने के लिए ऐसा कुछ करने की जरूरत नहीं है।   

क्या होता है केबल स्टे ब्रिज

दरअसल, केबल स्टे ब्रिज पुल बनाने की एक डिजाइन है। इसके तहत गहरी नींव पर खड़े लंबे टावर से बड़े स्टील लेबल पर आधारित पुल बनाया जाता है। इसमें प्रयोग होने वाला केबल एकल नहीं होता है। यह एक-दूसरे के चारों ओर लिपटे हजारों छोटे केबल से बुने होते हैं। इस कारण सामान्य केबल से कई गुना अधिक मजबूत होते हैं। फ्लाईओवर की तुलना में केबल स्टे ब्रिज बनाने में लागत भी कम आती है। इन्हीं कारणों से अब राज्य सरकार सिरमटोली में केबल स्टे ब्रिज बनवाने जा रही है। 

अगली खबर