रांची के सभी वार्डों में 20 दिनों के अंदर सभी नालियों की सफाई होगी। ताकि इस मानसून में जलजमाव की समस्या ना हो। इसको लेकर नगर विकास सचिव ने नगर निगम और नगर निकाय को आदेश जारी कर दिया है। फिलहाल शहरी क्षेत्र में नगर निगम के कर्मचारी नालियों की केवल ऊपरी सफाई कर रहे हैं। इतना ही नहीं नालियों की ऊपरी सतह पर कचरा जमा है। इस कारण प्री-मानसून की बारिश में ही नालियों उफनाने लगती हैं। इस बार नगर विकास सचिव ने नालों की अच्छी से सफाई करने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा गोड्डा, पाकुड़, खूंटी और चिरकुंडा में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का काम 15 अगस्त तक हर हाल में पूरा किया जाना है। वहीं, नालियों की साफ-सफाई में ढिलाई करने पर कार्रवाई की जाएगी। हर हाल में शहर में जलजमाव नहीं होने का निर्देश जारी किया गया है। शहर में अगर नाली जाम की शिकायत आती है तो उस क्षेत्र के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की बात कही गई है।
अभी दो हफ्तों से अलग-अलग क्षेत्रों में नाली की सफाई की जा रही है। लेकिन, इसमें नगर निगम के कर्मचारी सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं। ऐसे में काम में सुधार नहीं होने पर यह नालियां जानलेवा बन सकती हैं। पिछले कई साल से लगातार शिकायत के बाद भी नालियों की सफाई व्यवस्था सुदृढ़ नहीं की गई है।
नगर विकास सचिव ने नगर निगम को कई निर्देश जारी किए हैं। इनमें सफाई से जुड़ी शिकायत के समाधान के लिए स्टैंड बाई टीम तैयार रखने को कहा गया है। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बन रहे प्लांट का काम तेजी से करवाना है। स्वच्छता का काम जल्दी से निपटाने का निर्देश दिया गया है। स्वच्छता कार्य के लिए जरूरी उपकरणों की खरीद जल्द से जल्द करने को कहा गया। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन का काम भी तेजी से करना है, जिससे सड़क पर कूड़े का ढेर नहीं लगे।