Protest Against Recruitment Procedure: झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा असिस्टेंट इंजीनियर परीक्षा का इंटरव्यू कैंसल किये जाने के बाद जेपीएससी कार्यालय के सामने बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने जमा होकर प्रदर्शन किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि झारखंड में सभी परीक्षाओं का यही हाल होता है। पहले परीक्षा होती है, फिर मामला कोर्ट पहुंचता है और फिर नियुक्ति प्रक्रिया रद्द हो जाती है। जेपीएससी की ओर से संयुक्त सहायक अभियंता और असैनिक यांत्रिक सीधी भर्ती प्रतियोगिता परीक्षा के कागजात सत्यापन और साक्षात्कार को लेकर तिथि निर्धारित की गयी थी, लेकिन इंटरव्यू स्थगित कर दिया गया है।
सोमवार को आयोग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई कि नियुक्ति के विरोध में झारखंड हाईकोर्ट में चल रहे मामले पर कार्रवाई के मद्देनजर अगले आदेश तक के लिए नियुक्ति प्रक्रिया को स्थगित किया जाता है। परीक्षा का परिणाम पिछले महीने ही प्रकाशित किया गया था। साक्षात्कार और कागजात वेरिफिकेशन के लिए ढ़ाई गुना जेपीएससी ने अभ्यर्थियों को आमंत्रित भी किया था।
4 साल से नियुक्ति प्रक्रिया नहीं हो पाई है। 2019 से मामला पेंडिंग है। कम से कम इस परीक्षा में पेपर लीक या फिर अन्य कोई परेशानी नहीं है। 50 प्रतिशत से अधिक अभ्यर्थियों का इंटरव्यू हो चुका है। इसके बाद भी याचिका देकर हाईकोर्ट से नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। अभ्यर्थियों ने बताया कि कुछ असफल अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में गड़बड़ी का हवाला देकर याचिका दायर की है। जनजातियों और मूल वासियों के हितों को ध्यान में रखकर दोबारा परीक्षा फल प्रकाशित किया जाए। अधिसूचना याचिका दायर करने वाले अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि संयुक्त सहायक अभियंता पद के लिए अनुसूचित जनजाति के कुल 128 पद हैं, लेकिन भर्ती के लिए 100 से भी कम अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है।
1056 पदों के लिए सिर्फ 542 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। हाईकोर्ट के निर्देश पर कागजात वेरिफिकेशन और साक्षात्कार को फिलहाल स्थगित कर दिया है। विज्ञापन के अनुसार मेकेनिकल और सिविल इंजीनियरिंग के 637 पदों के लिए मुख्य परीक्षा में 1592 अभ्यर्थियों को पास होना चाहिए था, लेकिन मुख्य परीक्षा से इंटरव्यू के लिए 1292 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। ऐसे में आरक्षित कोटे की सीटें खाली रह जाएंगी।
अभ्यर्थियों ने कहा कि जेपीएससी द्वारा असिस्टेंट इंजीनियर की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट कैटेगरी वाइज जारी नहीं किया गया है। इस कारण यह पता नहीं चल रहा है कि किस कैटेगरी में कितने स्टूडेंट्स पास किए हैं। साथ ही कैटेगरी वाइज रिजल्ट नहीं आने से संशय उत्पन्न होना स्वभाविक है। अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षा फल किस आधार पर प्रकाशन किया गया है, यह स्पष्ट नहीं है।