Jharkhand Crime News: कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है। किसी भी आरोपी को सजा देना कानून का काम है। लेकिन झारखंड के एक गांव के ग्रामीण ने खुद ही न्याय और सजा देने का मन बना लिया। मामला गुमला शहर से सटे वसुआ अंबाटोली गांव का है। जहां एक किशोरी से रेप के आरोपियों की ग्रामीणों ने जमकर पिटाई की उसके बाद केरोसिन छिड़ककर उनको आग के हवाले कर दिया। एक आरोपी की मौत हो गई जबकि दूसरा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार घटना बुधवार देर रात की है। इसे लेकर दो गांवों के बीच जबर्दस्त तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने दोनों गांवों में बढ़ते तनाव के मद्देनजर मौके पर डेरा जमा लिया है। किसी भी तरह की चूक होने पर भारी बवाल हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव का एक परिवार गुमला के भंडरा में एक वैवाहिक समारोह में भाग लेने के बाद अपने गांव लौटने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। इस बीच गांव वसुआ पोकटोली के दो युवक मोटरसाइकिल से आए। उन्होंने परिवार की 17 वर्षीय किशोरी को गांव तक पहुंचाने की बात कही, जिसपर परिजन मान गए। चूंकि दोनों युवक पास के गांव के थे और परिवार से पूर्व परिचित थे, इसलिए माता-पिता ने लड़की को उनके साथ भेज दिया। बाद में लड़की के माता-पिता घर लौटे तो बेटी घर पर नहीं मिली। तलाश शुरू हुई तो वो बगल के गांव में वह बदहवास हाल में मिली। आरोप है कि दोनों युवकों ने पीड़िता का रेप किया। इसकी खबर गांव के लोगों को हुई तो भीड़ इकट्ठा हो गई। गुस्साए लोगों ने दोनों युवकों को उनके ही गांव से पकड़ लिया। ग्रामीण दोनों को पीटते हुए वसुआ अंबाटोली गांव लाए और फिर उन्हें आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के लिए गुमला जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर है। पुलिस को घटना की जानकारी मिली तो बुरी तरह झुलसे दोनों युवकों को पहले गुमला सदर अस्पताल में भर्ती कराया।जहां से उन्हें रिम्स रांची रेफर कर दिया गया। रिम्स में गुरुवार लगभग गुरुवार सुबह 11 बजे एक युवक सुनील उरांव की मौत हो गई। इस घटना के बाद बसुआ अंबाटोली और बसुआ पोकटोली गांव के ग्रामीणों के बीच तनाव के हालात बन गए। गुरुवार सुबह युवकों के गांववाले पीड़िता के गांव की ओर बढ़ने लगे। हालांकि समय रहते पुलिस ने उन्हें रोक लिया। एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। पुलिस फोर्स मौके पर है। पीड़िता के बयान के बाद कोई कार्रवाई की जाएगी।