Ranchi News: छतरपुर थाना क्षेत्र के लरमी जंगल से बीती 24 अगस्त को लावारिस हालत में मिले शव की गुत्थी को सुलझा लिया गया है। यह शव बोकारो के सेवानिवृत्त बीएसएल कर्मचारी दिनेश कुमार राम का था। शव की पहचान करने के साथ इस हत्या में शामिल तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की पहचान बोकारो के शिवपुरी निवासी संटू शर्मा, अभिमन्यू कुमार और बियाडा बाजार निवासी इम्तियाज अंसारी के तौर पर हुई है। वहीं, हत्या का मुख्य साजिशकर्ता मिथिलेश पासवान और उसका बेटा सोनू पासवान अभी फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से तीन स्मार्ट फोन व एक की-पेड मोबाइल बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि, इस केस को तकनीकी अनुसंधान में मिले साक्ष्य के आधार पर सुलझाया गया। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि मृतक के बैंक खाते में 43 लाख रुपये होने की जानकारी मिली भी। जिसके बाद बोकारो निवासी मिथिलेश पासवान, उनके पुत्र सोनू पासवान व अभिमन्यू उर्फ मोनू पासवान ने मिलकर हत्या की साजिश रची। इस हत्या के लिए सुपारी किलरों से पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ था।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक दिनेश राम के बैंक में पैसे की जानकारी मिलने के बाद पहले मृतक के साथ दोस्ती कर उसके बैंक खाता, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेजों के माध्यम से इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा शुरू कराई गई। इसके बाद धीरे-धीरे करके आरोपियों ने मृतक के खाते से 15 लाख रुपये की निकासी कर ली। लेकिन पैसे की इस निकासी के बारे में जब मृतक को आभास होने लगा तो इन आरोपियों ने मृतक को दूसरी शादी का प्रलोभन दिया और मिथिलेश पासवान ने अपने दो पुत्रों व तीन सुपारी किलरों के साथ दिनेश राम को जपला भेजा। वहां पर सभी आरोपी मृतक के साथ एक लॉज में ठहरे और रात में दिनेश राम की हत्या कर शव को लरमी जंगल में फेंक दिया गया। इन आरोपियों ने हत्या के बाद भी मृतक के खाते से आठ लाख रुपये की निकासी कर ली। पुलिस ने अब खाते में बचे 23 लाख रुपये को फ्रीज कर दिया है।