Ranchi News: रांची की आरपीएफ को बड़ी सफलता मिली है। शनिवार को झारखंड के सिमडेगा की दो नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया गया है। बता दें कि इन्हें ट्रेन से दिल्ली भेजा जा रहा था। लेकिन ऐन मौके पर नन्हे फरिश्ते टीम में शामिल आरपीएफ जवानों को प्रकरण की जानकारी मिल गई। इसके बाद दोनों नाबालिगों को ट्रेन से सुरक्षित रेस्क्यू करवा लिया गया।
बता दें कि मानव तस्करों के खिलाफ ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के जरिए लगातार कामयाबी हासिल की जा रही है। ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के सहयोग से लगातार रांची रेलवे स्टेशन पर झारखंड की बच्चियों को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया जा रहा है। मुक्त कराई गई दोनों नाबालिगों को प्रेमाश्रय भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार आरपीएफ पोस्ट रांची के अधिकारियों को यह जानकारी मिली कि दिल्ली जाने वाली हटिया आनंद विहार ट्रेन के जनरल बोगी में बैठी दो नाबालिग बच्चियां बेहद असहज दिखाई दे रही हैं। सूचना मिलते ही नन्हे फरिश्ते और आरपीएफ पोस्ट में तैनात महिला पुलिसकर्मी तुरंत जनरल बोगी में पहुंची और दोनों नाबालिगों से पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ करने पर यह पता चला कि दोनों लड़कियां अपने घर में बिना किसी को बताए ही दिल्ली जा रही थीं। उन्हें कुछ लोगों ने यह कहकर ट्रेन का किराया दिलवाया दिया था कि वह दिल्ली आ जाएं वहां आने पर उन्हें घरेलू नौकरानी के रूप में यहां काम दे दिया जाएगा। पूछताछ में नन्हे फरिश्ते की टीम को यह पता चल गया कि दोनों ही नाबालिगों को मानव तस्करों अपने चंगुल में फंसाकर दिल्ली ले जाने वाली हैं।
बता दें कि दोनों नाबालिग लड़कियों को आरपीएफ की टीम ने ट्रेन से सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। इस पूरे मामले की मौखिक जानकारी सीडब्ल्यूसी को दी गई। बाता दें कि जिसके बाद सीडब्ल्यूसी के आदेश पर ही दोनों नाबालिगों को फिलहाल प्रेमाश्रय में रहने के लिए भेजा गया है। दोनों नाबालिग झारखंड के सिमडेगा जिला के रहने वाली बताई जा रही हैं। उनके परिजनों को भी सीडब्ल्यूसी के ओर से जानकारी दे दी गई है। परिजनों के यहां पहुंचने के बाद दोनों नाबालिगों को उनको सौंप दिया जाएगा।