Ranchi Crime News: राजधानी के रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और नन्हे फरिश्ते की टीम ने दो नाबालिग लड़कियों को बेचने जा रहे एक आरोपी को पकड़ लिया है। लड़कियां रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर खड़ी थी। आशंका होने पर दोनों लड़कियों से आरपीएफ ने पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ में लड़कियों ने बताया कि, एक बंदगांव और दूसरी रानिया सोडे, खूंटी की रहने वाली है। उन्होंने बताया कि, उन्हें घरेलू काम के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा है। संबंधित व्यक्ति सबन डांग, जो सिमडेगा का रहने वाला है, वह दिल्ली काम दिलवाने के लिए साथ लेकर जा रहा है।
आरपीएफ ने सबन से पूछताछ करनी शुरू की। आरपीएफ ने जब और पूछताछ कि, तो सबन डांग ने किसी तरह से संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर आरपीएफ ने जब सख्ती दिखाई, तब जाकर खुलासा हुआ कि वह नाबालिग लड़कियों की तस्करी कर रहा था और मादीपुर (मादीपुर मेट्रो स्टेशन के पास) में रहने वाले एक कमल साहू से इस काम के लिए उसे 5 हजार रुपये दिए गए थे।
बता दें कि, मामले का खुलासा होने के बाद ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत दोनों नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को देखते हुए सीडब्ल्यूसी रांची के आदेश पर बालिका गृह को सौंप दिया गया है। बता दें कि, बाद में सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद आरोपी सबन को आगे की कार्रवाई के लिए रांची पुलिस को सौंप दिया गया। कोतवाली रांची पुलिस ने सबन पर मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी से पूछताछ जारी है।
जानकारी के लिए बता दें कि, आरपीएफ रांची ने किता से गौतमधारा स्टेशन के मध्य ट्रैक के किनारे एक घायल व्यक्ति की जान बचाने का काम किया। घायल व्यक्ति को आरपीएफ की एस्कॉर्ट पार्टी रांची स्टेशन लाई। इसके बाद तत्काल सहायक चिकित्सा पदाधिकारी ने उस व्यक्ति की हालत देखकर तथा उसकी जांच कर बेहतर इलाज के लिए उसे रिम्स रांची के लिए रेफर कर दिया। बता दें कि, घायल व्यक्ति बेहोशी की हालत में था इसलिए नाम और पता नहीं पता चल पाया है। इस सराहनीय कार्य में एसआई सोहन लाल, रेणु देवी, एएसआई बी प्रसाद, ए आर टोप्पो, स्टाफ एस एन सिंह, कुमार पप्पू, बलदेव सिंह, सिकंदर गोप का सहयोग रहा।