पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी की निलंबित नेता नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में रांची में हिंसक प्रदर्शन हुआ। कई इलाकों में बड़े पैमाने पर पत्थरबाजी और आगजनी भी हुई। बड़ी संख्या में लोग जूमे की नमाज के बाद सड़कों पर उतर आए और नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। ऐहतियात के तौर पर कुछ जगहों पर कर्फ्यू लगाया गया है और इंटरनेट सर्विस पर भी रोक लगाई गई है।
रांची हिंसा में दो की मौत
सूत्रों के मुताबिक हिंसा (विरोध के दौरान) भड़कने के बाद दोनों पक्षों (प्रदर्शनकारियों के साथ-साथ पुलिस) की ओर से गोलियों की बौछार हुई। फायरिंग से जुड़े तथ्यों का पता लगाया जा रहा है। रांची में हुई हिंसा के बाद राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) लाए गए घायलों में से दो ने दम तोड़ दिया रिम्स अधिकारियों ने पुष्टि की है।
बिहार में भी विरोध
भोजपुर, मुजफ्फरपुर और नवादा जिलों में शुक्रवार की नमाज के बाद जुलूस निकाला गया जहां प्रदर्शनकारियों ने कई घंटों तक सड़क यातायात अवरुद्ध कर दिया और कई घंटों के बाद अधिकारियों के समझाने-बुझाने पर वे घर गये।भोजपुर मुख्यालय आरा में बड़ी मस्जिद के पास शर्मा और जिंदल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नारेबाजी की गई। नगर थाना प्रभारी रामविलास चौधरी के अनुसार बड़ी मस्जिद से गोपाली चौक तक मार्च करने वाले प्रदर्शनकारियों ने हालांकि किसी प्रकार की हिंसा नहीं की पर उनके द्वारा धार्मिक स्वर के साथ भड़काऊ नारे लगाए जिससे क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया । उसके बाद कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद र ली।चौधरी ने कहा कि कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई और न ही कोई गिरफ्तारी की गई।
नवादा में प्रदर्शन
सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील नवादा में शुक्रवार की नमाज के बाद बड़ी संख्या में युवाओं ने जिला मुख्यालय कस्बे के सद्भावना चौक पर प्रदर्शन किया। उन्होंने शर्मा और जिंदल की निंदा करते हुए नारेबाजी की और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की ।राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर उन्होंने सड़क पर टायर जलाए जिससे व्यस्त पटना-रांची मार्ग पर यातायात बाधित हो गया । वहां कारों और स्कूटरों की लंबी कतार देखी जा सकती थी। सदर अनुमंडल पुलिस अधिकारी उपेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में एक पुलिस दल द्वारा उन्हें समझाने पर कुछ घंटों के बाद यातायात बहाल हो पाया ।
मुजफ्फरपुर में विरोध
मुजफ्फरपुर शहर से भी विरोध प्रदर्शन की सूचना मिली है जहां प्रदर्शनकारी शुक्रवार की नमाज के बाद पक्की सराय चौक पर जमा हुए और राष्ट्रीय राजमार्ग 28 की ओर नारे लगाते हुए और पोस्टर और बैनर लेकर आगे बढ़े।राजमार्ग 28 पर उनके प्रदर्शन के कारण उत्तर बिहार शहर को समस्तीपुर से जोड़ने वाली सड़क पर भारी जाम लग गया।मनियारी थाना प्रभारी अफगान अली के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने प्रदर्शनकारियों से बात की जिनमें से कुछ ने दावा किया कि ‘‘बिहार बंद’’ का आह्वान किया गया था।