Ranchi News : कुख्यात मानव तस्कर पन्नालाल महतो की पत्नी सुनीता देवी ने रांची के एनआईए कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पन्नालाल और उनकी पत्नी ने 15 साल के दौरान पांच हजार बच्चों की तस्करी की है। अनुमान है कि इन तस्करियों में पन्नालाल के रैकेट ने मिलकर करीब 80 करोड़ रुपये अर्जित किए। पन्नालाल के रैकेट में उसकी पत्नी सुनीता, भाई शिवशंकर गंझू और उसका सहायक गोपाल शामिल है। पन्नालाल पर 3 जुलाई 2019 को ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाने में मामला दर्ज किया गया था। पन्नालाल पर आरोप था कि वह झारखंड के काम दिलाने के नाम पर बच्चियों की तस्करी करता है।
पन्नालाल का मानव तस्कर रैकेट खूंटी समेत झारखंड के कई हिस्सों में सक्रिय है। अपने एजेंटों की सहायता से पन्नालाल का गैंग गांवों के नाबालिग और गरीब लड़कियों को दिल्ली या अन्य महानगरों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर फंसाते थे।
एनआईए ने 4 मार्च 2020 को दर्ज की थी एफआईआर
एनआईए ने मामले की संगीनता को देखते हुए 4 मार्च 2020 को केस को टेकओवर कर लिया और एफआईआर भी दर्ज की गई। इससे पहले पन्नालाल महतो और गैंग के दो अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। सुनीता देवी पर एनआईए 1 लाख रुपए का इनाम रखी हुई थी। सुनीता देवी बेल पर जेल से निकलने के बाद फरार चल रही थी।
2003 से कर रहा तस्करी
पन्नालाल का गैंग साल 2003 से ही मानव तस्करी में संलिप्त है। झारखंड के बहुत सारे ईलाके में एजेंट भी रख रखे हुए हैं। एजेंट के माध्यम से बच्चे- बच्चियों को बरगलाकर परिवार से दूर ले जाया जाया है और बेच दिया जाता है। पन्नालाल का गैंग ओडिशा के विभिन्न जिलों में भी सक्रिय है, खासकर सुदूरवर्ती इलाकों में। वहां के आदिवासी बच्चे उसके आसान शिकार होते थे।
जमीन में खूब किया इन्वेस्ट
पन्नालाल ने जमीन में खूब इन्वेस्ट किया है। कुछ फ्लैट भी खरीदे हैं। 1.27 एकड़ जमीन खूंटी टोली-खूंटी माहिल रोड में, 2.54 एकड़ जमीन फूदी-रांची खूंटी रोड पर, 35 डिसमिल रांची की अरगोड़ा बस्ती में, 80 डिसमिल अरगोड़ा-पुंदाग रोड में , माता डेवलपर्स के साथ एमओयू के तौर पर1237 वर्गफीट एम-86 अरगोड़ा हाउसिंग कॉलोनी में, रांची में 5.12 एकड़ जमीन रांची-खूंटी हुटार मौजा में, 50 गज दिल्ली की शकूरपुर कॉलोनी में खरीदी गई है।
कई बैंकों में खाता
एचडीएफसी बैंक, एचएसबीसी, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईसीआईसीआई बैंक, यूको बैंक(अब मर्ज हो चुका), एक्सिस बैंक आदि बैंकों में उसने खाता खुलवा रखे हैं।