Ranchi Water Tank: राजधानी के हर घर तक शुद्ध पेजयल पहुंचाने के लिए अब योजनाएं धरातल पर उतरने लगी हैं। जेएनएनयूआरएम और अमृत योजना के तहत वाटर सप्लाई पाइपलाइन बिछाने का काम पहले से जारी है, लेकिन अब जल की आपूर्ति की तीसरी योजना पर भी काम शुरू कराया गया है। एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के सहयोग से शुरू की गई इस योजना के तहत चिरौंदी स्थित पहाड़ पर 22500 किलोलीटर (केएल) क्षमता की पानी टंकी (ग्राउंड लेवल स्टोरेज रिजर्वायर) बनाने का काम शुरू कर दिया है।
पोकलेन की सहायता से पहाड़ी की ऊपरी सतह को समतल किया जा रहा है। पहाड़ समतल होने के बाद यहां 7 मीटर ऊंचा और करीब 5000 वर्गफीट क्षेत्रफल की टंकी बनाई जाएगी। इसके निर्माण पर करीब 8 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
पहाड़ पर इस वाटर टैंक की स्थापना के बाद शहर के 10 वार्डों को 24 घंटे पानी की आपूर्ति होगी। वहीं, 10 वार्ड को आंशिक रूप से ही पानी मिल सकेगा। इस परियोजना के तहत 61 हजार घरों के करीब 3 लाख आबादी को शुद्ध पानी मिल पाएगा। पूरी योजना पर 752 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। फरवरी 2024 तक जलापूर्ति का काम पूरा करने का लक्ष्य है। इसके बाद हर घर में वाटर कनेक्शन दे दिया जाएगा।
ग्राउंड लेवल स्टोरेज रिजर्वायर के बनने से सबसे ज्यादा लाभ उन क्षेत्र के लोगों को होने वाला है, जहां पानी के लिए सबसे अधिक मारामारी है। शहर के करीब 66 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली आबादी तक पाइपलाइन से जलापूर्ति की जाएगी। कोकर, कांटाटोली, सिरमटोली, चुटिया, नामकुम, रांची स्टेशन, लोवाडीह, पुरुलिया रोड, मोरहाबादी, हरिहर सिंह रोड, बोड़ेया रोड समेत बाजार के कुछ इलाकों में इस रिजर्वायर से जलापूर्ति होनी है। बोड़ेया रिजर्वायर पर रुक्का डैम से जलापूर्ति की जाएगी। इसके लिए अलग से राइजिंग पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इन इलाकों में हर न जलापूर्ति नहीं होने से अक्सर पानी के लिए मारामारी होती है।