रांची हिंसा के संबंध में खुलासा, 'वासेपुर ग्रुप' के जरिए जुटाई गई भीड़

रांची हिंसा मामले में जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। पुलिस के मुताबिक हिंसा से पहले के कुछ वीडियो से पता चलता है कि साजिश के तहत हिंसा को अंजाम दिया गया था।

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रांची हिंसा: वासेपुर ग्रुप के जरिए जुटाई गई भीड़ 

रांची हिंसा पर (Ranchi Violence) पर नया खुलासा हुआ है, WhatsApp ग्रुप 'वासेपुर' में 100 सदस्य थे। इस ग्रुप के जरिए भीड़ जुटाई गई, Ranchi Police ग्रुप के सदस्यों को ट्रैक कर रही है। इस मामले में नवाब चिश्ती नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के मुताबिक चिश्ती ने नापाक योजना को अंजाम दिया था। अब तक इस मामले में कुल 39 लोगों की गिरफ्तारी हुई है और गहराई से जांच के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि रांची में बवाल के पीछे और कितने लोग शामिल हैं। हाल ही में रांची हिंसा से जुड़े लोगों को तस्वीरों को जारी करने की योजना थी। हालांकि हेमंत सोरेन सरकार ने रोक लगा दी जिस पर राजनैतिक बयानबाजी जारी है। 

रांची हिंसा के संबंध में जानकारी
पुलिस को हिंसा के पहले के वीडियो मिले
आरोपी नवाब चिश्ती पर खुलासा
प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा
वासेपुर ग्रुप पर लिखा गया
वीडियो में स्कूटी पर ईंट और पत्थर लाए आरोपी
नवाब चिश्ती गिरफ्तार

पहले पोस्टर जारी, फिर वापस
झारखंड पुलिस ने रांची हिंसा के आरोपियों की तस्वीरों वाला पोस्टर जारी किया था जिसे बाद में संशोधन के लिए वापस ले लिया गया। पोस्टर के साथ लिखा है कि रांची हिंसा में वांछिक उपद्रवियों का फोटो पहचान कर रांची पुलिस का सहयोग करें। रांची पुलिस ने बाद में कहा कि 10 जून को रांची में घटित हिंसक घटना में वांछित उपद्रवियों का फोटो जारी किया गया था। परंतु संशोधन हेतु उसे वापस लिया जाता है।

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