Career as a Perfumer: परफ्यूम की खुशबू लोगों को मदहोश कर देती है। यह लोगों को खुश करने के साथ उनका मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ाने का भी काम करती है। शानदार खुशबू की महक हर किसी को अपनी तरफ खींचती है। अगर आप भी इन परफ्यूम में अपने पसंद की महक घोलना चाहते हैं और आपको सुगंध की गहरी समझ तो परफ्यूमर इंडस्ट्री में एक परफ्यूमरी के तौर करियर बनाना आपके लिए अच्छा ऑप्शन रहेगा। परफ्यूमर उसे कहते हैं जो परफ्यूम कंपोजिशन बनाने और फ्लेवर देने में माहिर होते हैं। ये प्रोफेशनल तरह-तरह के मनमोहक फ्रेगरेंस डेवलप करते हैं। यह एक क्रिएटिव और स्किल की फील्ड है।
परफ्यूमर के लिए स्किल व योग्यता
एक परफ्यूमर में फ्रेगरेंस वाली चीजों में रचे-बसे गंधों को पहचानने की क्षमता होने के साथ कई तरह के गंध को मिक्स कर आकर्षक खुशबू तैयार करने की कला आनी चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए अच्छी याददाश्त शक्ति, धैर्य और जुनून का होना भी जरूरी है। उत्कृष्ट लैब स्किल और टाइम मैनेजमेंट के साथ कुछ नया करने का जुनून भी एक परफ्यूमर में होनी चाहिए।
परफ्यूमरी में कोर्स
परफ्यूमरी के क्षेत्र में युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए देश में संस्थानों की संख्या अभी भी सीमित है। इस फील्ड में कोर्स करने के लिए उम्मीदवार के पास कम से कम रसायन शास्त्र के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री होना आवश्यक है। वहीं हाई रैंकिंग फ्रेगरेंस इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए मास्टर या डॉक्टरेट डिग्री आवश्यक है। मुंबई यूनिवर्सिटी और इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई युवाओं को परफ्यूमरी और फ्लेवर टेक्नोलॉजी में मास्टर डिग्री ऑफर करते हैं। वहीं फ्रेगरेंस एंड फ्लेवर डेवलपमेंट सेंटर, कन्नौज परफ्यूमरी में एक साल का शॉर्ट टर्म कोर्स कराता है। इसके अलावा मुंबई का वीजी वेज कॉलेज ऑफ आर्ट्स भी परफ्यूमरी और कॉस्मेटिक मैनेजमेंट में दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स कराता है।
परफ्यूमर का कार्य और करियर ऑप्शन
देश में संस्थानों की तरह परफ्यूमिस्ट की संख्या भी बेहद कम है। देश में परफ्यूम सेक्टर काफी विकसित है और इंडस्ट्री में टॉप पोजिशन पर ज्यादातर दूसरे देश के प्रोफेशनल कार्य करते हैं। इसलिए इस फील्ड में करियर बनाने के लिए युवाओं के पास शानदार मौका है। परफ्यूमर्स फ्रेगरेंस इंडस्ट्री के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं। कोर्स के बाद इन्हें बिग परफ्यूम हाउस या कंपनियों में बेहद आसानी से जॉब मिल जाती है. ये प्रोफेशनल परफ्यूम इंडस्ट्री के अलावा चाय, वाइन उद्योग और अरोमा थेरेपी के क्षेत्र में भी काम करते हैं। ये किसी कंपनी के साथ जुड़कर मुख्य तौर पर अरोमा फॉर्मूला डेवलप करने का कार्य करते हैं। ये परफ्यूम में अलग-अलग तरह के सुगंध पैदा करने के अलावा एंटीपर्सपिरेंट, क्लीनिंग, लॉन्ड्री और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में भी फ्रेगरेंस डालने का काम करते हैं। कोर्स पूरा करने के बाद आम तौर पर एक परफ्यूमर 30 से 50 हजार प्रति माह सैलरी वाली जॉब हासिल कर सकता है। वहीं अनुभव व स्किल बढ़ने के बाद यह सैलरी लाखों में पहुंच जाती है।