SPG Commando: प्रधानमंत्री के आसपास कमांडो का एक ऐसा सख्त घेरा होता है कि, इन कमांडो की इजाजत के बिना वहां एक परिंदा भी पर नहीं मार सकता। यह घेरा होता है ‘एसपीजी कमांडो’ का, इन्हें देश के साथ-साथ विश्व के सबसे ताकतवर कमांडो में गिना जाता है। यह देश की एक ऐसी स्पेशल फोर्स है, जो प्रधानमंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। अगर आप भी एसपीजी कमांडो बनना चाहते हैं या फिर इन कमांडो को बारे में जानना चाहते हैं, तो यहां आपको एसपीजी कमांडो चयन प्रक्रिया से लेकर ट्रेनिंग और सैलरी तक की पूरी जानकारी मिलेगी।
एसपीजी में भर्ती होने के लिए होना पड़ेगा किसी सैन्य बल में भर्ती
अगर आप सोच रहे हैं कि आप एसपीजी में सीधे भर्ती हो सकते हैं, तो यह संभव नहीं है, क्योंकि अन्य सैन्य बल की तरह एसपीजी में सीधी भर्ती नहीं होती है। इस फोर्स में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से भर्ती की जाती है। एसपीजी के कमांडो हर साल ग्रुप में बदलते हैं। कोई भी जवान एक वर्ष से अधिक समय तक सेवा नहीं दे सकता है। एसपीजी कर्मियों का सेवाकर पूरा होने के बाद उनकी मूल इकाई में वापस भेज दिया जाता है। जिसके बाद फिर से भर्ती की जाती है। एसपीजी में विभिन्न पदों पर अलग-अलग भर्ती होती है।
चयन प्रक्रिया में देने होते हैं ये टेस्ट
एसपीजी में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को कई तरह की चयन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसमें उम्मीदवारों के पीआई, साइक और फिजिकल टेस्ट लिए जाते हैं। इसके पहले चरण में आईजी व डीआईजी रैंक के पांच अधिकारी व्यक्तिगत इंटरव्यू लेते हैं। इसके बाद उम्मीदवारों को फिजिकल टेस्ट, लिखित परीक्षा और एक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन पास करना होता है। इन सभी परीक्षाओं को पास करने के बाद उम्मीदवारों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है।
एसपीजी कमांडो की ट्रेनिंग
एसपीजी का चयन प्रक्रियर इतना सख्त होता है कि, इसमें एक आम सैनिक सेलेक्ट ही नहीं हो पाता, यहां वही सेलेक्ट होते हैं, जो पहले ही किसी स्पेशल फोर्स में काम कर चुके होते हैं और उनके पास अनुभव भी होता है। यहां आने के बाद ऐसे उम्मीदवारों को भी वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है। ये वही ट्रेनिंग है जो यूनाइटेड स्टेट सीक्रेट सर्विस एजेंट्स को दी जाती है। इस ट्रेनिंग के साथ जवानों को फिट, चौकस और टेक्नोलॉजी में परफेक्ट बनाया जाता है। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन्हें तीन महीने के लिए निगरानी पर रखा जाता है। जिसमें एक साप्ताहिक परीक्षा भी आयोजित होती है। इस प्रोबेशन में फेल होने वालों को अगले बैच में एक और मौका दिया जाता है और अगर वे फिर भी इसे क्लियर नहीं कर पाते हैं तो उन्हें मूल यूनिट में वापस कर दिया जाता है। एसपीजी सदस्यों को नियमित रूप से एक ड्यूटी से दूसरी ड्यूटी में घुमाया जाता है। एसपीजी के सदस्य ज्यादा समय तक एक ही यूनिट में नहीं रह सकते हैं।
एसपीजी कमांडो की सैलरी
सैलरी (अनुमानित) – रु 84,236-रु 239,457
बोनस (अनुमानित) – रु 153-रु 16,913
प्रॉफिट शेयरिंग (अनुमानित) – रु 2.04-रु 121, 361
कमीशन (अनुमानित) – रु 10,000
टोटल सैलरी (अनुमानित) – रु 84,236-रु 244,632
अन्य सुविधाएं
अच्छी सैलरी के अलावा एसपीजी कमांडो को ड्रेस भत्ता के रूप में अलग से भुगतान किया जाता है। ऑपरेशन ड्यूटी पर तैनात एसपीजी कमांडो को सालाना 27,800 रुपये और नॉन ऑपरेशन ड्यूटी के कमांडो को सालाना 21,225 रुपये का ड्रेस भत्ता दिया जाता है।