Improve Logical Reasoning: परिक्षाओं में तार्किक सोच का क्या महत्व है, यह सभी जानते हैं। स्कूल-कॉलेज में होने वाली परीक्षा से लेकर जॉब की प्रतियोगी परीक्षाओं व इंटरव्यू तक में तार्किक सोच व क्षमता का मूल्यांकन होता है। यही कारण है कि हर कोई अपनी तार्किक सेच व क्षमता को विकसित करने की कोशिश करता है। हालांकि सभी के लिए तार्किक क्षमता को विकसित करना इतना आसान भी नहीं होता। किसी व्यक्ति में तर्क क्षमता बढ़ती है उसकी एजुकेशन, नॉलेज और सोचने की क्षमता से। यहां पर हम कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जिसकी मदद से आप अपने तार्किक क्षमता को विकसित कर एक ही बार में किसी परीक्षा का क्रैक कर सकते हैं।
ऐसे काम करती है तार्किक सोच
तार्किक सोच विकसित करने का तरीका जानने से पहले यह समझने की जरूरत है कि यह काम कैसे करती है। दरअसल, यह एक विचार प्रक्रिया का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें विशिष्ट अवधारणाओं और परिभाषाओं का उपयोग करना पड़ता है। इसके लिए विभिन्न प्रकार के अनुभव व जानकारी का उपयोग किया जाता है। इन सभी आधार की मदद से एक व्यक्ति कुछ निष्कर्ष निकालने में सक्षम होता है। इस मामले में समस्या उन लोगों को आती है, जिन लोगों में व्यापक ज्ञान और अनुभव का अभाव होता है। ऐसे लोगों से समस्याओं को हल करते समय गलतियां हो जाती हैं।
तार्किक सोच के फायदे
तार्किक सोच विकसित होने से निर्णय लेने, कार्यों को पूरा करने और निष्कर्ष निकालने में कम समय लगता है। साथ ही किसी कार्य के दौरान गलती की संभावना कम हो जाती है और विचार प्रक्रियाओं के स्तर में सुधार होता है। इसके अलावा व्यक्ति में सीखने की प्रक्रिया या पेशेवर गतिविधि में प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है और वह मुश्किल दौर को भी अपनी सूझबूझ से पार कर जाता है।
तार्किक क्षमता बढ़ाने के टिप्स
इनोवेशन करें
इनोवेशन करना तर्क क्षमता को विकसित करने का एक शानदार तरीका है। लोगों को हमेशा नई चीजों को करने की कोशिश करना चाहिए। क्योंकि मन भी एक मांसपेशी है, इसपर जितना भार डाला जाता है यह उतना ही विकसित होती है। अगर खाली बैठें हैं तो क्रॉसवर्ड, पहेलियाँ या सुडोकू को सुलझाने की कोशिश करें।
प्रतिदिन व्यायाम करें
व्यायाम करना शारीरिक शक्ति विकसित करने के साथ मेमोरी और तर्क क्षमता को भी बढ़ाती है। कई अध्ययनों से पता चला है कि व्यायाम करने वाले लोगों का तार्किक शक्ति अधिक होता है, व्यायाम लोगों को एकाग्रता और सीखने की सुविधा प्रदान कर सकता है।
दैनिक डायरी लिखें
सोच को सुधारने और विकसित करने में दैनिक डायरी लिखने की आदत भी अहम रोल अदा करती है। डायरी प्रतिदिन के कार्यों को याद रखने में मदद करने के अलावा व्यक्ति के प्रतिबिंब और विचार को प्रोत्साहित करती है। डायरी लिखने की आदत अधिक आत्मनिर्भर और जागरूक बनाती है।
नॉवेल व न्यूजपेपर पढ़े
तर्क क्षमता व नॉलेज को बढ़ाने के लिए प्रतिदिन नॉवेल व न्यूजपेपर जरूर पढ़े। हालांकि, विशेष रूप से नॉवेल जरूर पढ़े, इसमें मौजूद फिक्शन आपकी सोच व रचनात्मकता क्षमता को बेहतर बनाएंगी।
निर्णय लेने से पहले सोचे
किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उसके उद्देश्य पर ध्यान दें। कई बार हम गुस्से व उत्तेजना के साथ कुछ ऐसे निर्णय जरूर लेते हैं, जो बाद में हमें ही नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले उसपर एकबार जरूर विचार करें और उसके फायदे व नुकसान का आकलन करने के बाद ही आगे बढ़े।