Career In Sports Management: बेहद तेजी से उभरते करियर ऑप्शन में स्पोर्ट्स सेक्टर भी शामिल है। आज के समय में जिस तरह से क्रिकेट के अलावा अन्य स्पोर्ट्स एक्टिविटी बढ़ गई है, उसने युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने का सुरहरा मौका दिया है। यहां पर सबसे ज्यादा डिमांडिंग जॉब स्पोर्ट्स मैनेजर की है। स्पोर्ट्स मैनेजमेंट डिग्री हासिल कर युवा स्पोर्ट्स मैनेजर के तौर पर अपना करियर बना सकते हैं। इनका कार्य किसी भी टीम या खिलाड़ी के साथ जुड़कर खेल आयोजन का रणनीतिक बनाना, मानव संसाधन गतिविधियों का प्रबंधन, अनुबंधों से निपटना, वित्तीय निर्णयों और बजट की निगरानी करना और मीडिया व खेल संगठनों से संपर्क बनाना होता है। स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में करियर बना रहे स्टूडेंट्स को इन पांच बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
इफेक्टिव कम्यूनिकेशन
स्पोर्ट्स मैनेजर एक संगठन या खिलाडि़यों का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए उसमें प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल होना जरूरी है। मौखिक और लिखित दोनों तरह के कम्युनिकेशन स्किल में समान रूप से महरत हासिल होना चाहिए, क्योंकि एक स्पोर्ट्स मैनेजर विभिन्न उद्योगों के लोगों के साथ डील करने के अलावा ब्रांड और खिलाड़ी के बीच किसी भी डील का मैनेजमेंट भी करता है। एक स्पोर्ट्स मैनेजर में इनफॉर्मेश्न को सही रूप से कन्वे करने, आवश्यक होने पर दूसरों को मनाने, अनुबंधों पर बातचीत करने और दबाव की स्थितियों को कुशलतापूर्वक संभालने की क्षमता देख कर ही नौकरी में दी जाती है। इसलिए बेहतर कम्यूनिकेशन स्किल की आवश्यकता होती है।
ईमानदारी आपको आगे बढ़ाएगी
स्पोर्ट्स इंडस्ट्री जिनती तेजी से आगे बढ़ रही है, यहां उतनी ही तेजी से घोटाले भी हो रहे हैं। इसलिए ईमानदारी की भावना स्पोर्ट्स मैनेजर, उनकी टीम और कस्टमर को परेशानी वाली स्थितियों से दूर रखेगी। कोई भी निर्णय लेने और स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में अपनी टीम और ऑर्गनाइजेशन का मार्गदर्शन करने के लिए एक मजबूत नैतिक आधार अत्यंत आवश्यक है, ताकि आप बेहतर तरीके से आगे बढ़ सके।
Read More - अगर करना चाहते हैं कुछ क्रिएटिव तो VFX में बनाएं करियर
निर्णय लेने की क्षमता जरूरी
स्पोर्ट्स इंडस्ट्री में एक स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स को हमेशा अपने दम पर सोचने और ठोस निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। किसी भी स्थिति को सटीक रूप से पढ़ना, अवसरों की बात आने पर स्मार्ट विकल्प तलाशना, सबसे अच्छी रणनीति बनाना, करंट अफेयर्स के टॉप पर बने रहना और क्लाइंट या खिलाड़ी के लाभ के लिए उनका उपयोग करना नौकरी का एक अनिवार्य हिस्सा होता है।
टीम का हिस्सा बनना जरूरी
स्पोर्ट्स मैनेजर स्पोर्ट्स मैनेजमेंट टीम का एक हिस्सा होता है, इसलिए उसे खेल और खिलाड़ियों को समझने के लिए एक टीम का हिस्सा बनना पड़ेगा। बेहतर काम करने के लिए स्पोर्ट्स मैनेजर को कोच, प्रायोजकों, प्रशिक्षकों, कानूनी टीमों, मीडिया कर्मियों और संबंधित मार्केटिंग टीमों के साथ काम करना पड़ता है। इनके साथ मिलकर ही सही टीम का निर्माण हो सकता है।
निष्पक्ष राय और सही व्यवहार जरूरी
एक स्पोर्ट्स मैनेजर का काम स्पोर्ट्स मैन या अपने कस्टमर को गोपनीय जानकारी से रूबरू करना भी होता है। एक स्पोर्टस मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की कार्रवाई हमेशा उस कस्टमर के सर्वोत्तम हित में होनी चाहिए जिसका वे प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। स्पोर्ट्स मैनेजर प्रोफेशनल को क्लाइंट्स, टीममेट्स और बिजनेस पीयर्स के साथ व्यवहार करते समय एक न्यायपूर्ण व्यक्ति भी होना चाहिए। न्याय की भावना, निष्पक्ष राय और सही व्यवहार एक स्पोर्टस मैनेजर के गुण होने चाहिए।
Read More - गेम डिजाइनिंग एंड डेवलपर का करियर है ब्राइट, 12वीं के बाद कर सकते हैं ये कोर्स