यूपी की योगी सरकार ने नए साल में 50,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी देने की तैयारी कर ली है। UPPSC ने इन रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग यानी उत्तर प्रदेश सबोर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन कमिशन ने यह ऐलान किया है कि वह 2021 में 50,000 से ज्यादा रिक्त पदों की नियुक्ति करेगा। UPPSC को कई विभागों ने 50 हजार से ज्यादा भर्ती के लिए प्रस्ताव दे दिया है वहीं कुछ और विभागों से करीब 10 हजार नियुक्ति करने के लिए प्रस्ताव मंगाए गए हैं।
खबरों के अनुसार सबोर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन कमिशन इन रिक्त पदों के लिए शुरुआती महीनों में प्रारंभिक परीक्षा करवा सकता है जिसके बाद वह विज्ञापन के जरिए इन भर्तियों के लिए आवेदन लेना शुरु कर देगा। इसके साथ अप्रैल 2021 में प्रारंभिक परीक्षा करवाने के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग तैयारी कर रहा है। प्रारंभिक परीक्षाओं के बाद मई के महीने में मुख्य परीक्षा करवाई जाएंगी जिसके बाद चयनित उम्मीदवारों को उनकी नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।
योग्यता के अनुसार लिए जाएंगे आवेदन
UPPSC इन पदों की नियुक्ति के लिए सबसे पहले योग्यता के आधार पर आवेदन लेगा। पदों के अनुसार उनकी योग्यता निर्धारित करने के लिए आयोग में अभी विचार-विमर्श हो रहा है। एक बार पद के अनुसार योग्यता तय होने के बाद चयन प्रक्रिया आसान हो जाएगी जिसके बाद उम्मीदवार भी योग्यता के अनुसार आवेदन करेंगे।
जल्द ऑनलाइन मौजूद होगा पाठ्यक्रम
प्रारंभिक अर्हता परीक्षा करवाने के लिए आयोग ने तीन सदस्यों की कमिटी बनाई है जो इन परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम तैयार करेंगे। जब यह पाठ्यक्रम तैयार हो जाएगा तब आयोग के सदस्यों की बैठक बुलाई जाएगी और उनकी सहमति के बाद ही इस पाठ्यक्रम को परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन किया जाएगा।
धांधली रोकने के लिए विशेष वेबीनार का आयोजन
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग परीक्षाओं के दौरान किसी भी धांधली को रोकने के लिए फरवरी महीने में एक वेबीनार आयोजित कराएगा। वेबीनार में एसआईटी, एसटीएफ के साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षा कराने वाले विशेषज्ञ शामिल होंगे। इन सभी के दिए गए सुझावों और सलाहों की मदद से परीक्षा का प्रारूप गठित किया जाएगा। इससे धांधली रोकने में मदद मिलेगी और समय से सभी भर्तियां पूर्ण हो पाएंगी।
किन किन विभागों में होगी भर्ती
50,000 भर्तियों के लिए अलग-अलग विभागों ने प्रस्ताव दिए हैं। यहां जानिए किस पद के लिए कितनी वैकेंसी निकाली गई हैं। इनमें लेखपाल के लिए 7882 वैकेंसी, बेसिक शिक्षा के लिए 1055 वैकेंसी, माध्यमिक शिक्षा के लिए 500 वैकेंसी, विभिन्न विभागों में लिपिक के लिए 7000 वैकेंसी, लेखा परीक्षक के लिए 1303 वैकेंसी, ग्रामीण विकास के लिए 1658 वैकेंसी, परिवार कल्याण के लिए 9222 वैकेंसी, बाल विकास पुष्टाहार के लिए 3448 वैकेंसी, नगर निकाय के लिए 383 वैकेंसी की तैयारी है।
इन सभी वैकेंसी का ब्यौरा देते हुए उत्तर प्रदेश सबोर्डिनेट सर्विसेज सिलेक्शन कमिशन के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि कई विभागों से प्रस्ताव उन्हें मिल चुका है। शैक्षणिक योग्यता के अनुसार इन पदों को ग्रुप में बांटा जाएगा जिसके बाद प्रारंभिक अर्हता परीक्षा करवाई जाएंगी।