कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर (आरएमओ) के पद को खत्म करने और इसके बजाय डॉक्टरों की नियुक्ति सहायक प्रोफेसर के रूप में करने का निर्णय लिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि इन पदों पर भर्ती पश्चिम बंगाल चिकित्सा शिक्षा सेवा के जरिए की जाएगी तथा ‘आरएमओ सह क्लिनिकल ट्यूटर या डेमॉन्सट्रेटर’ का पद समाप्त किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि जो डॉक्टर अभी आरएमओ पद पर हैं, वे इसी पद पर रहते हुए सेवा देते रहेंगे। राज्य सरकार ने हालांकि, सहायक प्रोफेसर के नव सृजित पद पर भर्ती के लिए एक शर्त रखी है। इसके लिए डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (एमडी) या मास्टर ऑफ सर्जरी (एमएस) कर चुके उम्मीदवार को मापदंड पूरा करने और भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए कम से कम एक साल तक सीनियर रेजिडेंट के रूप में सेवा देनी होगी।