15 April 2022 ka Panchang: आज चैत्र माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी है। उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है। आज वैभव लक्ष्मी का पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज श्री सूक्त के पाठ करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें। कनकधारास्तोत्र का पाठ करें। हनुमानबाहुक व गणेश स्तोत्र के पाठ का आज बहुत महत्व है। शिवपूजा के लिए मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध, गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें। दुर्गा जी की स्तुति करें। आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। शुक्रवार को विष्णु व लक्ष्मी उपासना व व्रत का पुण्य भी है।
प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
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दिनांक | 15 अप्रैल 2022 |
दिवस | शुक्रवार |
माह | चैत्र, शुक्ल पक्ष |
तिथि | चतुर्दशी |
सूर्योदय | 06:03 am |
सूर्यास्त | 06:43 pm |
नक्षत्र | उत्तराफाल्गुनी |
सूर्य राशि | मेष |
चन्द्र राशि | कन्या |
करण | गरज |
योग | ध्रुव |
अभिजीत मुहूर्त | 11:57 am से 12:46 pm तक |
विजय मुहूर्त | 02:22 pm से 03:15 pm तक |
गोधुली मुहूर्त | 06:02 pm से 06:08 pm तक |
राहुकाल का समय दोपहर 10:30 बजे से 12 बजे तक है। इस दौरान शुभ काम को करने से परहेज करें।
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