Chanakya Niti: भारत की जमीन ने कई ऐसे महानुभावों को जन्म दिया है जिनका नाम ना केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी सदियों से प्रचलित है। भारतीय हर क्षेत्र में अपना परचम बुलंद कर चुके हैं। विशिष्ट रूप से अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र की बात करें तो आचार्य चाणक्य को इसका जनक कहा जाता है। आज के युग में भी आचार्य चाणक्य की नीतियां व विचार सत प्रतिशत उम्दा और सटीक साबित होती हैं।
इन नीतियों पर चलकर आप सफल और सुखद जीवन की कामना कर सकते हैं। चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में कुछ ऐसी घटनाओं या कुछ ऐसी बातों का उल्लेख किया है जिन्हें व्यक्ति को भूलकर किसी को नहीं बताना चाहिए, इसे हमेशा गोपनीय रखना चाहिए। आइए जानते हैं आखिर ये कौन सी बातें हैं।
अपमान
हमारे जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियां बन जाती हैं जब किसी कारणवस हमारा उपहास किया जाता है यानि हमें मजाक का पात्र बनना पड़ता है और अपमान का घूंट पीना पड़ता है। आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में उल्लेख किया है कि ऐसी बातों को किसी से साझा नहीं करना चाहिए।
घर की पोल पट्टी किसी को ना दें
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को अपने घर की बात किसी बाहरी व्यक्ति को कभी नहीं बताना चाहिए। खासकर अपनी पत्नी के चरित्र और स्वभाव को, क्योंकि घर में क्लेश का कारण आपसी झगड़ा नहीं होता बल्कि किसी बाहरी व्यक्ति के चुंगली करने या बातों का बतंगड़ बनाने का कारण होता है। अन्यथा यह आपके परिवार के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
दुख तकलीफ
आचार्य चाणक्य एक श्लोक के माध्यम से कहते हैं कि अपने मन के किसी दुख या तकलीफ के बारे में हर दोस्त, रिश्तेदारों या परिजनों से चर्चा नहीं करना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपके दुख कम होने के बजाए और भी बढ़ जाता है। ऐसे में अपने दुख व तकलीफ को अपने मन में रखकर उस समस्या का समाधान निकालें।
धन संबंधी बातें
चाणक्य के अनुसार कभी किसी से धन संबंधी बातों को साझा नहीं करना चाहिए। भले ही वह आपका कितना भी करीबी क्यों ना हो। आप कितना पैसा कमाते हैं, आपकी आर्थिक स्थिति कैसी है इन बातों को कभी किसी से साझा ना करें। साथ ही यदि आपको कभी धन संबंधी नुकसान होता है तो इसे समाज में या दोस्त से कभी शेयर ना करें। क्योंकि ऐसी परिस्थिति में वह आपका फायदा उठा सकते हैं। इन बातों को गुप्त रखें और जल्द से जल्द ऐसी स्थिति से उबरने की कोशिश करें।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल