Ganesh Chaturthi 2022 Flowers : गणेश चतुर्थी का त्योहार 31 अगस्त 2022 को मनाया जाएगा। लेकिन पहले से ही गणेशोत्सव की तैयारियां शुरू हो चुकी है। गणेशोत्सव 31 अगस्त से शुरू होकर 9 सितंबर यानी अनंत चतुर्थी तक चलेगा। गणेश चतुर्थी पर घर-घर भगवान गणपति की प्रतिमा स्थापित की जाएगी और पूरे 10 दिनों कर पूजा-अर्चना होगी। गणेशोत्सव का त्योहार देशभर में बड़े पैमाने पर धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान हर व्यक्ति अपने श्रद्धा और निष्ठा अनुसार गणेश जी की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करना चाहता है। आप भी गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं तो बप्पा को पूजा में उनके फूल जरूर अर्पित करें। जिस तरह भगवान गणेश को दूर्वा घास, मोदक और लड्डू प्रिय हैं उसी तरह उन्हें कुछ फूल भी प्रिय होते हैं।
भगवान गणेश को लाल और पीले रंग के फूल अतिप्रिय होते हैं। इसलिए इनकी पूजा में लाल रंग का गुड़हल फूल यह कोई भी लाल रंग का फूल चढ़ा सकते हैं। इसके अलावा श्रीगणेश को पीला रंग भी खूब पसंद होता है। आप गणेश जी की पूजा में गेंदे का फूल चढ़ा सकते हैं या गेंदा फूल की माला बनाकर पहना सकते हैं। या फिर कोई भी पीले रंग का फूल भगवान गणेश को चढ़ाया जा सकता है। इन रंगों के फूल गणेश जी को प्रिय होते हैं। इन फूलों को पूजा में चढ़ाने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और शीघ्र मनोकामना पूरी होती है।
वार के अनुसार चढ़ा सकते हैं श्रीगणेश को उनके प्रिय फूल
गणेशोत्सव का त्योहार पूरे 10 दिनों तक चलता है। ऐसे में इस दौरान आप वार के अनुसार भी गणेश जी की पूजा उनके प्रिय फूलों से कर सकते हैं। जैसे मंगलवार के दिन भगवान गणेश को गेंदे का फूल, बुधवार को गुड़हल का फूल, गुरुवार को पीले रंग का फूल, सोमवार और शुक्रवार को सफेद रंग के फूल, शनिवार को नीले रंग का फूल और रविवार के दिन सफेद रंग का फूल चढ़ाया जा सकता है।
Also Read:Ganesh Chaturthi 2022 : गणेश पूजन में बहुत महत्वपूर्ण है दूर्वा, जानिए इसका महत्व और पौराणिक कथा
गणेश जी को भूलकर न चढ़ाएं ये फूल
वैसे तो भगवान गणेश को लगभग हर तरह के फूल चढ़ाएं जा सकते हैं। लेकिन मान्यता है कि गणेश जी को केतकी के फूल पूजा में नहीं चढ़ाने चाहिए। क्योंकि गणेश जी के पिता भगवान शिव को केतकी के फूल अप्रिय हैं। इसलिए गणेश जी की पूजा में भी ये फूल नहीं चढ़ाएं। साथ ही गणेश जी को कभी बासी फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल