गणपति बप्पा का विसर्जन 1 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन किया जाएगा। गणेश चतुर्थी की पूजा दस दिनों तक होती है और 11 वें दिन बप्पा का विसर्जन किया जाता है, लेकिन घरों में जब लोग गणपति को विराजित करते हैं तो अपनी श्रद्धानुसार उनका विसर्जन करते हैं। तीन, पांच, सात और दस दिन पर उनका विसर्जन किया जाता है। जिस तरह से भगवान गणपति की स्थापना गणेश चतुर्थी को विधि पूर्वक की जाती है, वैसे ही उनका विसर्जन भी विधि-विधान से करना चाहिए।
भगवान गणपति के विसर्जन यदि सही विधि से न किया जाए तो आपके पूजा का फल नहीं मिलता। इसलिए गणपति जी के विर्सजन में कोई गलती न हो इसलिए उनके विसर्जन से जुड़ी संपूर्ण विधि जरूर जान लें।
इस विधि से करें भगवान गणपति का विसर्जन (Ganpati Visarjan Ki Vidhi)
गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की स्थापना करने के बाद उनका विसर्जन आप अपनी श्रद्धानुसार करते हैं। इसलिए गणपति जी के विसर्जन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जरूर जान लें।
ध्यान रखें, भगवान गणपति का जब विसर्जन करें तो उन्हें सम्मान पूवर्क प्रवाहित करें। उन्हें फेंके नहीं। आदर और सम्मान के साथ वस्त्र और सभी सामग्री के साथ धीर- धीरे विसर्जित करना चाहिए।
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