Laxmi Jayanti 2022 Date, Time, Puja Muhurat in India: हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा को लक्ष्मी जयंती (Laxmi Jayanti 2022 Date) का पावन पर्व मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी का जन्म हुआ था। धार्मिक ग्रंथों की मानें तो राक्षस और देवताओं के बीच समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी अवतरित हुई थी। इस दिन विधि विधान से धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद अपने भक्तों पर सदैव बना रहता है। तथा आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और धन प्राप्ति के मार्ग में वृद्धि होती है। इस बार लक्ष्मी जयंती 18 मार्च 2022 शुक्रवार को है।
बता दें इस दिन रंगों के त्योहार होली के साथ लक्ष्मी जयंती का पर्व मनाया जाएगा। शास्त्रों में वर्णित एक कथा के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते समय 1008 बार सहस्रनामावली यानी देवी लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने से धन प्राप्ति के मार्ग में आने वाली सभी विघ्न बाधाएं दूर होती हैं। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं साल 2022 में कब है लक्ष्मी जयंती का पावन पर्व और क्या है इसका महत्व।
हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को लक्ष्मी जयंती का पावन पर्व मनाया जाता है, इस बार लक्ष्मी जयंती 18 मार्च 2022 शुक्रवार को है। पूर्णिमा तिथि 17 मार्च, गुरुवार को दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर 18 मार्च, शुक्रवार को दोपहर 12 बजकर 53 मिनट पर समाप्त होगी। ध्यान रहे उदयातिथि 18 मार्च को है इसलिए लक्ष्मी जयंती का पावन पर्व 18 मार्च को मनाया जाएगा।
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Laxmi Jayanti 2022 Date And Shubh Muhurat, लक्ष्मी जयंती 2022 तिथि और शुभ मुहूर्त
Laxmi Jayanti Importance And Significance, लक्ष्मी जयंती का महत्व
सनातन धर्म में लक्ष्मी जयंती का विशेष महत्व है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है। इतना ही नहीं यदि आप आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और धन प्राप्ति के मार्ग में लगातार रुकावट उत्पन्न हो रही है तो लक्ष्मी जयंती के दिन विधिवत मां लक्ष्मी का पूजन करें व कुछ विशेष उपाय करने से सभी समस्याएं खत्म होती हैं। साथ ही इस दिन शहद में कमल के फूल को डुबोकर मां लक्ष्मी को चढ़ाने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस दिन लक्ष्मी पूजन के बाद 7 से 9 कन्याओं को बैठाकर प्रसाद खिलाने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। हालांकि, इसकी पुष्टि टाइम्स नाउ नवभारत नहीं करता है।
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