इस वर्ष आश्विन मास अधिकमास है। अधिकमास को पुरुषोत्तम मास के नाम से जाना जाता है। क्योंकि ये महीना भगवान विष्णु जी को समर्पित होता है, इसलिए इसे पुरुषोत्तम मास कहते हैं। इस मास में भगवान विष्णु के सभी अवतारों की पूजा का विधान होता है। मान्यता है कि अधिकमास में यदि भगवान विष्णु की पूजा कर ली जाए तो मनुष्य के कष्ट दूर होते हैं। वहीं यदि कोई भगवान के प्रिय पांच प्रसाद चढ़ा दे तो उसके दुर्दिन दूर हो जाते हैं।
16 अक्टूबर तक पुरुषोत्तम मास चलेगा और उसके बाद से नवरात्रि प्रारंभ होगी। धर्म ग्रंथों में पुरुषोत्तम मास में अधिक से अधिक धार्मिक कार्य और दान-पुण्य करने का विधान है। इसके पीछे मान्यता यही है कि इस मास में पूजा का फल क्योंकि दोगुना मिलता है, तो मनुष्य अधिक से अधिक पुण्यकर्म कर के अपने इस लोक को ही नहीं परलोक को भी सुधार ले। अधिक मास में भगवान विष्णु को कुछ खास चीजें अर्पित करने भर से मनुष्य को दुर्भाग्य दूर हो जाते हैं।
जानें, भगवान विष्णु के 5 प्रिय प्रसाद
केसर मिश्रित खीर
भगवान विष्णु को पुरुषोत्तम मास में चावल और दूध से बनी खीर प्रसाद में जरूर भोग लगानी चाहिए। इसमें यदि आप केसर मिश्रित कर दें तो भगवान बहुत प्रसन्न हो जाएंगे। केसर वाली खीर का रंग हल्का पीला होता है और पीले रंग के भोग प्रभु को बेहद प्रिय हैं। बस ध्यान रखें की भगवान की खीर में चीनी की जगह मिश्री का प्रयोग करें और दूध गाय का ही होना चाहिए।
पंचामृत
गाय के दूध, दही, घी, शहद व शक्कर से बना पंचामृत सभी देवताओं को प्रिय होता है, लेकिन भगवान विष्णु के लिए यह अमृत की तरह माना गया है। इसलिए पुरुषोत्तम मास में भले आप कुछ अन्य भोग लगाएं या न लगाएं, आपको पंचामृत का भोग जरूर लगाना चाहिए।
तुलसी
भगवान विष्णु को तुलसी बहुत प्रिय है और तुलसी बिना कोई भी भोग वह अर्पित नहीं करते। इतना ही नहीं यदि आप कोई भी भोग लगाने में यदि सक्षम न भी हों तो आप केवल यदि प्रभु को तुलसी दल का भोग लगा दें तो वह बहुत ही मंत्रगुग्ध हो जाते हैं। तुलसी प्रभु के लिए संपूर्ण भोग है।
पीले फल
भगवान विष्णु के प्रसाद का रंग पीला होता है। उनके भोग में पीले फल जैसे- केला, आम आदि का भोग लगाने से वह अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
बेसन का हलवा
भगवान विष्णु को बेसन का हलवा पुरुषोत्तम मास में भोग लगाना चाहिए। बेसन का हलवा गुरुवार का विशेष प्रसाद भी माना गया है। बेसन के हलवे के साथ यदि पंचामृत हो जाए तो यह भगवान के लिए महापूरन भोग होगा।
तो पुरुषोत्तम मास में भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने के साथ उनका प्रिय प्रसाद भोग लगा कर उनका विशेष आशीर्वाद पा सकते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल