क्या आपके साथ ऐसा कभी हुआ है कि आप कोई चीज याद करने की कोशिश कर रहे हों लेकिन 2 सेकंड बाद ही भूल जाएं? अगर हां, तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह सिर्फ आपकी परेशानी ही नहीं बल्कि आप जैसे लाखों लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक याददाश्त कमजोर होने की समस्या अधिकतर लोगों में पाई जाती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए लोग तरह-तरह की महंगी बुद्धिवर्धक दवाइयों का सेवन करते हैं लेकिन उनकी परेशानी कभी दूर नहीं होती है। कुछ लोग याददाश्त बढ़ाने के लिए बादाम खाने की सोचते हैं लेकिन उसकी कीमत जान कर ही उनका सर चकरा जाता है।
क्या आपको पता है कि मंत्रों के उच्चारण से आप अपनी याददाश्त बिना एक पैसा खर्च किए बढ़ा सकते हैं। आप सभी को यह बात पढ़ कर ताज्जुब हो रहा होगा लेकिन जानकारों के मुताबिक, नियम अनुसार मंत्रों के उच्चारण से इंसान अपनी याददाश्त बढ़ा सकता है।
यहां जानिए, याददाश्त बढ़ाने के लिए किन मंत्रों का करना चाहिए उच्चारण और उनका नियम।
1. मां सरस्वती सिद्ध मंत्र
ॐ ऐं ह्नीं क्लीं सरस्वती बुद्धिजन्यै नमः
हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक मां सरस्वती को विद्या और ज्ञान की देवी माना जाता है, इसलिए हर एक विद्यालयों में मां सरस्वती की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, सिद्ध मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करने से याददाश्त बढ़ती है।
2. गुरु ग्रह का मंत्र
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नमः
ज्योतिषियों के अनुसार, गुरु ग्रह को ज्ञान का कारक कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु ग्रह का मंत्र जाप करने से बौद्धिक क्षमता बढ़ती है। छात्रों के लिए गुरु ग्रह मंत्र का जाप करना लाभदायक माना जाता है। आप चाहें तो इस मंत्र का जाप हमेशा कर सकते हैं, नहीं तो हर गुरुवार के दिन इस मंत्र का जाप करें।
3. मां दुर्गा सिद्ध मंत्र
विद्यासु शास्त्रेषु विवेकदीपेष्वाद्येषु च का त्वदन्या।
ममत्वगर्तेति महान्धकारे, विभ्रामयत्येतदतीव विश्रम्।।
दुर्गासप्तशती में यह उल्लेख किया गया है कि मां दुर्गा के भक्त जो वरदान मांगते हैं मां दुर्गा उन्हें वह वरदान अवश्य देती हैं। मां दुर्गा सिद्ध मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से आपको जरूर मनचाहा फल मिलेगा।
आप इस मंत्र का भी जाप कर सकते हैं
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
4. गायत्री देवी का मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
मां गायत्री अपने भक्तों को मेधाशक्ति प्रदान करती हैं जिसकी मदद से बौद्धिक योग्यता बढ़ती है। नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप दिन के समय में करें, रात में गायत्री मंत्र का जाप करने से बचें।
5. बुध ग्रह का मंत्र
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
जैसे गुरु ग्रह को ज्ञान का कारक कहा जाता है ठीक वैसे ही बुध ग्रह को बुद्धि का कारक कहा गया है। नियमित रूप से बुध ग्रह मंत्र का जाप करना चाहिए। अगर आप व्यस्त रहते हैं तो कम से कम 108 बार इसका जाप करें।
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