Mor Pankh vastu remedy: मोर पंख को एक पवित्र और आध्यात्मिक चीज माना जाता है। हिंदुओं के पवित्र धर्मग्रंथों में भी मोर पंख का उल्लेख किया गया गया। मोर पंख सिर्फ सजावट में ही काम नहीं आता है बल्कि जिंदगी में आने वाली समस्याओं से बचने के लिए भी टोटके के रूप में मोरपंख का इस्तेमाल किया जाता है।
चाहे परिवार के साथ आपके संबंध खराब हों या आपके बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगता हो, मोरपंख हर समस्या का समाधान है। आइये जानते हैं किन परेशानियों को दूर करने में मोरपंख सहायक होता है।
Also read: जन्म कुंडली में हो अगर नाग दोष, तो इस जीवन में पड़ता है ये असर, जानें कैसे करें निवारण
मोर पंख में है नवग्रह का वास, जानें इससे किस्मत के दरवाजे खोलने के अचूक उपाय
राहु की दशा सुधारने में
जिन लोगों के राहु की दशा ठीक नहीं चल रही है वे मोर पंख से अपने राहु की दशा बेहतर बना सकते हैं। रात को सोते समय तकिये के नीचे मोर पंख रखें, इससे आप नकारात्मक प्रभाव से बचे रहेंगे और आपके राहु की दशा भी सुधरती जाएगी।
बिगड़े काम बनाने के लिए
कई बार ग्रहों एवं नक्षत्रों के उतार चढ़ाव के कारण कोई भी काम समय पर नहीं हो पाता है या फिर काम ही बिगड़ जाता है। बेडरूम के पूर्व या उत्तर पूर्व कोने में मोर पंख रखने से यह समस्या दूर हो जाती है और आपके बिगड़े काम बन जाते हैं और सभी काम समय पर पूरे होते हैं।
Also read: महाशिवरात्रि 2019 तिथि : जानें, कब मनाया जाएगा महाशिवरात्रि व्रत
एकाग्रता बढ़ाने के लिए
अक्सर छात्रों को मोर पंख अपने पास रखने के लिए कहा जाता है। वास्तव में किताब में मोर पंख रखने से एकाग्रता बढ़ती है और यदि शिक्षा के क्षेत्र में आपका प्रदर्शन बेहतर नहीं है तो इसमें भी सुधार होता है।
वास्तु दोष दूर करने के लिए
मोर पंख का उपयोग वास्तु दोष दूर करने के लिए भी किया जाता है। घर के मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति और मोर पंख रखें। यह न केवल वास्तु दोष को दूर करने में मदद करता है बल्कि आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को भी दूर करता है।
कालसर्प दोष दूर करने के लिए
अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो सोमवार की रात्रि तकिए के खोल में सात मोर पंख रखें और बेडरुम के पश्चिम दिशा की दीवार पर ग्यारह मोरपंख लगाएं। ऐसा करने से कुंडली में राहु केतू का अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है।
धर्म व अन्य विषयों की Hindi News के लिए आएं Times Now Hindi पर। हर अपडेट के लिए जुड़ें हमारे FACEBOOK पेज के साथ।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल