नई दिल्ली: भारतीय संस्कृति के सबसे अहम पर्वों में से एक रक्षाबंधन को इस साल 3 अगस्त को मनाया जाने वाला है। इस बार रक्षाबंधन के साथ कई महत्वपूर्ण योग भी आ रहे हैं। साल 2020 में रक्षाबंधन सावन की पूर्णिमा को और सोमवार के दिन मनाया जाना है, जिससे ज्योतिषीय रूप से इसका महत्त्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अगर इस दिन हम कुछ टोटके या उपाय किए जाएं तो हमें जीवन की तमाम समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है। आइए जानते हैं इस दिन कौन से उपाय (Raksha Bandhan ke Upay) अपनाकर मनवांचित फल पाया जा सकता है।
रक्षाबंधन पर जनेऊ बदलना और गौरी पूजन (Raksha Bandhan Rituals):
श्रावण पूर्णिमा को मनाए जाने वाले राखी के पर्व पर गौरी पूजा का विशेष महत्व होता है। यह ब्राह्मणों में पुरुषों के लिए एक अहम दिन है और इसी पर्व पर वह अपना जनेऊ (कंधे पर धारण किया जाने वाला पवित्र धागा) बदलते हैं, जिसे उपकर्मा कहा जाता है और तमिलनाडु में अवनि अवित्तम कहा जाता है।
अपर्णा मुहूर्त में बांधें राखी ((Raksha Bandhan Shubh Muhurat):
अगर रक्षा बंधन पर राखी सूत्र बांधने की बात करें तो इस त्यौहार पर सबसे अहम रश्म होती है तो इसमें मुहूर्त का अहम योगदान होता है। रक्षाबंधन के दिन सुबह 9:28 बजे से रात 9:17 बजे के बीच कभी भी सूत्र बांध सकते है हालांकि अगर सबसे अच्छे मुहूर्त की बात करें तो दोपहर 1:48 बजे से शाम 4:29 बजे तक सभी उचित समय है।
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