नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश में करीब 2 हजार मंदिर बताए हैं और तकरीबन हर मंदिर की अपनी एक दिलचस्प कहानी है। कुल्लू का शंगचुल महादेव मंदिर भी इन्हीं में से एक है जिसका संबंध महाभारत काल से है।
कुल्लू की सेंज वैली में बसा है शांघड़ गांव जहां पांडव काल की कई ऐतिहासिक धरोहरें मौजूद हैं। इन्हीं में से एक है यहां का शंगचुल महादेव मंदिर जहां घर से भागे प्रेमियों को आश्रय मिलता है।
Read: इस मंदिर में राहुल गांधी के दर्शन करने से मचा था बवाल, ऐसा है इसका इतिहास
प्रकृति की खूबसूरती के बीच स्थित शंगचूल महादेव के बारे में माना जाता है कि उनकी सीमा में किसी भी जाति का प्रेमी युगल अगर पहुंच जाए तो उनको कोई कुछ कह नहीं सकता। बताया जाता है कि जब तक वे इस मंदिर की सीमा रहते हैं, उनको कोई कुछ कह नहीं सकता है।
Also Read: सिमसा माता देती हैं संतान का वरदान, हिमाचल प्रदेश में है मंदिर
Also Read: 1200 साल पुराना है गुजरात का अंबा जी मंदिर, मोदी ने की खास पूजा
यहां तक कि जोड़े के परिवार वाले भी उनसे कुछ नहीं कह सकते। शंगचुल महादेव मंदिर का सीमा क्षेत्र करीब 100 बीघा मैदान तक फैला है। इस सीमा में कदम रखने वाले प्रेमी युगल को देवता की शरण में आया मान लिया जाता है।
Also Read: राक्षस के नाम पर इकलौता शक्तिपीठ, जहां गिरी थी सती की नाभि
बाहर के लोगों पर प्रतिबंध
अपनी विरासत के नियमों का पालन कर रहे इस गांव में पुलिस के आने पर भी प्रतिबंध है। वहीं यहां के नियम भी सख्त हैं। यहां शराब, सिगरेट और चमड़े का सामान नहीं ला सकते। साथ ही गांव में हथियार लेकर प्रवेश करना भी निषेध है। गांव में लड़ाई झगड़ा ही नहीं, ऊंची आवाज में बात करना भी मना है। वहीं यहां के लोग देवता को बहुत मानते हैं और उनके फैसले का पूरी तरह अनुसरण करते हैं।
Also Read: विश्वकर्मा ने एक रात में बनाया था ये सूर्य मंदिर, छठ पूजा का है विशेष महत्व
पांडवों से संबंध
कुछ समय पहले आग की चपेट में आ गए इस मंदिर का संबंध पांडव काल से बताया जाता है। गांव में ऐसा कहा जाता है कि अज्ञातवास के दौरान पांडव यहां कुछ समय के लिए रुके थे।
कौरव उनका पीछा करते हुए यहां आ गए। लेकिन तब शंगचूल महादेव ने कौरवों को रोका और कहा कि यह मेरा क्षेत्र है और जो भी मेरी शरण में आएगा उसका कोई कुछ बिगाड़ सकता। महादेव के डर से कौरव वापस लौट गए।
धर्म व अन्य विषयों की Hindi News के लिए आएं Times Now Hindi पर। हर अपडेट के लिए जुड़ें हमारे FACEBOOK पेज के साथ।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल