Solar Eclipse 2022 Pregnancy Precautions: साल में वैसे तो कई ग्रहण लगते हैं। लेकिन इस साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण शनिवार 30 अप्रैल को लगने वाला है। इस दिन शनिश्चरी अमावस्या भी पड़ रही है। ग्रहण लगने का कारण धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अलग-अलग है। लेकिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से ग्रहण ऐसी घटना होती है, जिसका प्रभाव सभी व्यक्ति पर शुभ और अशुभ रूप से पड़ता है।
ग्रहण का सूतक काल लगते ही कई नियमों का पालन करना सभी के लिए जरूरी हो जाता है। ज्योतिष जानकर योगेश जी के अनुसार ग्रहण के दौरान विशेषकर गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतने की जरूरत होती है। क्योंकि ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला द्वारा किए गए कार्यों का असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। ऐसे में जन्म के बाद बच्चे में कुछ शारीरिक विकृतियां या जन्मचिह्न हो सकते हैं। अगर आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपके लिए ये जानना बेहद जरूरी है कि ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं करें इन नियमों का पालन
सूर्य ग्रहण की अवधि
30 अप्रैल को सूर्य ग्रहण रात्रि 12 बजकर 15 मिनट पर लगेगा और 1 मई सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर ग्रहण समाप्त हो जाएगा। ग्रहण का मध्य 2 बजकर 12 मिनट पर होगा। सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 53 मिनट की होगी।
सूतक काल नहीं होगा मान्य
साल का पहला सूर्य ग्रहण आंशिक ग्रहण होगा और यह भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। इस दिन शनिश्चरी अमावस्या भी पड़ रही है। सूतक काल मान्य नहीं होने के कारण धार्मिक गतिविधियों पर कोई मनाही नहीं होगी।
(डिस्क्लेमर: यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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