अक्सर ऐसा होता है कि कुंडली में ग्रह कभी कमजोर होते हैं या उनके प्रभाव जातक पर सही नहीं पड़ते। ऐसे में उन्हें ग्रह से जुड़े रत्न को पहनने की सलाह दी जाती है। हर ग्रह का अपना रत्न निर्धारित है। ऐसे में कई बार लोग स्वयं ही ग्रहों के अनुसार रत्न धारण कर लेते हैं। वहीं कई बार शौकिया भी रत्न जड़ित रिंग्स पहनने लगते हैं, लेकिन ये रत्न सभी के लिए अनुकूल नहीं होते हैं। इनका प्रभाव कई बार विपरीत भी पड़ने लगता है। ऐसे में रत्न जड़ित अंगूठी बिना किसी की सलाह के नहीं पहनना चाहिए। लाल किताब में भी इसके कुछ नियम बताए गए हैं।
लाल किताब से जानें रत्न जड़ित रिंग पहनने के नियम
इन बातों को समझें, तभी पहनें अंगूठी
जानें किस ग्रह का कौन सा है रत्न और किस धातु में पहनें
लाल किताब के अनुसार रत्नों में मंदे, कमजोर एवं सोये हुए ग्रहों को बलशाली और जगाने की क्षमता होती है, लेकिन सही ज्योतिषी सलाह के बिना इसे पहनना सही नहीं होता।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल