हिंदू धर्म में सावन का महीना बेहद पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने में भगवान शिव शंकर की पूजा आराधना बड़ी धूमधाम से की जाती है। सावन के महीनों में मंदिर में सोमवार के दिन भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इस महीना में भगवान शिव शंकर की पूजा आराधना करने से सभी दुखों का निवारण हो जाता हैं। दुखियों के दुख का निवारण करने वाले त्रिलोकीनाथ को रुद्राक्ष बहुत ही प्रिय है।
ऐसी मान्यता है, रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव शंकर की कृपा उस व्यक्ति पर सदैव बनी रहती है। हिंदू धर्म में रुद्राक्ष बहुत ही शुभ माना जाता है। रुद्राक्ष गले में धारण करने से व्यक्ति के जीवन में आने वाली बाधाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती है। रुद्राक्ष नकारात्मक शक्तियों को दूर करता है।
यदि आप रुद्राक्ष धारण करने की सोच रहे है, तो इसे धारण करने के लिए सावन का महीना सबसे बेहतर महीना होता हैं। लेकिन इसे कैसे धारण करना चाहिए इस विषय में जरूर जाना चाहिए। यहां आप इस विषय की जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते है।
सावन में गले में रुद्राक्ष धारण करने का तरीका:
- ज्योतिषों के अनुसार सावन के महीने में गले में रुद्राक्ष धारण हमेशा लाल धागे में करना चाहिए। ऐसा करना बेहद लाभकारी होता है।
- रुद्राक्ष को सावन के महीने में हमेशा सोमवार के दिन ही पहनना चाहिए।
- सोमवार के दिन गले में रुद्राक्ष धारण करने से भगवान शिव शंकर की कृपा दृष्टि हमेशा बनी रहती है।
- इसे गले में धारण करने से पहले शिवलिंग के सामने रखकर शिव मंत्रों का जाप करते हुए इसे गले में धारण करना चाहिए। इन नियमों को अपनाते हुए यदि आप सावन के महीने में गले में रुद्राक्ष धारण करें, तो भोलेनाथ की कृपा दृष्टि आप पर सदैव बनी रहेगी।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | अध्यात्म (Spirituality News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल