Ganga Saptami 2021 date: श्री गंगा सप्तमी कब है, जानिए तारीख, पूजा व‍िध‍ि, मंत्र और महत्‍व

गंगा सप्तमी 18 मई 2021 मंगलवार के दिन मनाई जाएगी। इस दिन गंगा मां की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन के सारे कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

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Ganga Sapatmi 2021  
मुख्य बातें
  • गंगा सप्तमी 18 मई 2021 मंगलवार के दिन मनाई जाएगी
  • इस दिन गंगा स्नान करने से मनुष्य के पापों का हरण होता है
  • गंगा सप्तमी के दिन दान-पुण्य करने से इच्छा अनुसार फल मिलता है

Ganga Saptam: शास्त्रों के अनुसार वैशाख शुक्ल सप्तमी तिथि को गंगा सप्‍तमी मनाई जाती है। पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार इस द‍िन मां गंगा स्वर्ग लोक से शिवजी की जटाओं मे पहुंची थी। इस दिन गंगा मां की पूजा की जाती है। 28 अप्रैल बुधवार से वैशाख माह शुरू हो गया है और यह 26 मई 2021 तक चलेगा। वैशाख मास के देवता भगवान विष्णु माने जाते हैं। इसलिए इस महीने भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। गंगा मां की अराधना करना इस दिन सर्वफलदायक माना जाता है। इसलिए इस दिन गंगा स्नान की भी परंपरा है। 

Ganga Saptami 2021 Date in hindi 

इस साल गंगा सप्तमी 18 मई 2021 को मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। जिस दिन मां गंगा उत्पन हुई वह दिन गंगा जयंती और जिस दिन मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई वह दिन गंगा दशहरा के नाम से जाना जाता है। 

Ganga Saptami 2021 Tithi 

गंगा सप्तमी त‍िथ‍ि शुरू : 18 मई 2021 को दोपहर 12:32 बजे से 
गंगा सप्तमी त‍िथ‍ि समाप्‍त : 19 मई 2021 को दोपहर 12:50 बजे से 

Ganga Saptami Puja Vidhi, गंगा सप्‍तमी पूजा व‍िध‍ि 

- यदि आपके लिए गंगा स्नान संभव ना हो तो आप घर पर ही अपने ऊपर गंगा जल की कुछ बूंदे लेकर छिड़क लें।
- स्नान के बाद गंगा मां की प्रतिमा का पूजन करें।
- इस दिन यदि आप भगवान शिव की अराधना करते हैं तो यह भी बहुत फलदायी मानी जाती है।
- आप भगीरथ की पूजा भी कर सकते हैं, जो गंगा को अपने तप से पृथ्वी पर लाए थे।
- गंगा सप्तमी के दिन दान-पुण्य करने से भी फल मिलता है।
 
गंगा पूजा का मंत्र 

ॐ नमो भगवति हिलि हिलि मिलि मिलि गंगे माँ पावय पावय स्वाहा

गंगा सप्तमी का महत्‍व 

इस दिन गंगा नदी में डूबकी लगाने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं और उसे मोक्ष प्राप्त करने का वरदान मिलता है। अगर देखा जाए तो गंगा स्नान का अपना एक अलग महत्तव होता है। लेकिन इस दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इस दिन गंगा मंदिरों के  साथ-साथ दूसरे मंदिरों पर भी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि गंगा स्नान करने से दस पापों का हरण होकर अंत में मुक्ति मिल जाती है। 

इस दिन दान-पुण्य करने से वरदान मिलता है। शास्त्रों के अनुसार जीवनदायिनी गंगा में स्नान, पुण्यसलिला नर्मदा के दर्शन और मोक्षदायिनी शिप्रा के स्मरण मात्र से मोक्ष मिल जाता है। लेकिन कोरोना वायरस के चलते आप गंगा स्नान करने तो जा नहीं सकते हैं इसलिए आप घर पर ही रहकर गंगे मां की पूजा करके पुण्य कमा सकते हैं।
 

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