Mangala gauri vrat 2021 date: सनातन धर्म में मंगला गौरी व्रत का अत्यधिक महत्व है। हर वर्ष मंगला गौरी का व्रत सावन मास के मंगलवार तिथियों पर रखा जाता है। जो सुहागिन महिलाएं मंगला गौरी का व्रत रखती हैं उन्हें अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान प्राप्त होता है। मान्यताओं के अनुसार, सावन का महीना भगवान शिव को जितना प्रिय है उतना ही प्रिय माता पार्वती को भी है। इस दिन पूरे विधि-विधान के अनुसार, मां पार्वती की पूजा करनी चाहिए। कहा जाता है कि मां पार्वती की पूजा करने से भक्तों के सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इसके साथ भक्तों के जीवन में आ रही दुख और तकलीफों को मां पार्वती दूर करती हैं।
Mangala gauri vrat dates कब-कब है मंगला गौरी व्रत?
Significance of mangala gauri vrat क्या है मंगला गौरी व्रत का महत्व?
मां पार्वती को समर्पित मंगला गौरी व्रत भक्तों के लिए अत्यंत लाभदायक माना गया है। जो सुहागिन महिलाएं मंगला गौरी व्रत रखती हैं तथा विधि अनुसार मां पार्वती की पूजा करती हैं उन्हें अखंड सौभाग्यवती होने का वरदान मिलता है। जो दंपत्ती संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं उन्हें यह व्रत अवश्य करना चाहिए। मंगला गौरी व्रत रखने वाले भक्तों के जीवन में सुख और समृद्धि बनी रहती है।
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