November 2021 Vrat & Festival List: दीपावली से भाई दूज और छठ पूजा तक, नवंबर में पड़ेंगे यह व्रत और त्योहार 

November Vrat Tyohar & Festival List 2021, November Month 2021 Calendar: रमा एकादशी से धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, छठ पूजा और कार्तिक पूर्णिमा तक नवंबर में आएंगे यह व्रत और त्योहार। 

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नवंबर में आएंगे दीपावली और छठ पूजा समेत यह व्रत व त्योहार (Pic: Istock) 
मुख्य बातें
  • इस वर्ष 1 नवंबर को रखा जाएगा रमा एकादशी का व्रत।
  • 2 नवंबर से प्रारंभ होगा दीपावली का महापर्व।
  • वर्ष 2021 में चार नवंबर को मनाई जाएगी दीपावली।

November Vrat Tyohar & Festival List 2021, November Month 2021 Calendar: इस वर्ष नवंबर महीना कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि से प्रारंभ हो रहा है। इस महीने के पहले दिन भगवान विष्णु को समर्पित रमा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। रमा एकादशी के बाद दीपावली का महापर्व शुरू हो जाएगा जिसमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज जैसे मुख्य त्योहार मनाए जाएंगे। दीपावली के महापर्व के बाद छठ का महापर्व भी प्रारंभ हो जाएगा। जिसके बाद आंवला नवमी, देवोत्थान एकादशी, संकष्टी चतुर्थी और उत्पन्ना एकादशी से नवंबर महीने का अंत होगा। नवंबर महीने में हिंदू धर्म के प्रमुख व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं जिसकी लिस्ट यहां दी गई है। 

रमा एकादशी 1 नवंबर

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी तथा मां तुलसी की पूजा की जाती है।

धनतेरस, भौम प्रदोष 2 नवंबर

रमा एकादशी के बाद 2 नवंबर से दीपावली के महापर्व की शुरुआत हो जाएगी। 2 नवंबर को धनतेरस का पवित्र पर्व पड़ रहा है जिस दिन मां लक्ष्मी तथा कुबेर जी की पूजा होती है। इस दिन लोग नई वस्तुएं खरीदते हैं। धनतेरस के साथ इस दिन भौम प्रदोष का व्रत भी रखा जाएगा। 

नरक चतुर्दशी छोटी दीपावली 3 नवंबर

3 नवंबर को नरक चतुर्दशी पड़‌ रही है जिसे छोटी दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन हनुमान जयंती भी है। 

दीपावली 4 नवंबर

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर दीपावली का पर्व मनाया जाता है। दीपावली का पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है। इस दिन भगवान श्री राम अयोध्या वापस लौटे थे और उनके वापस आने की खुशी में अयोध्या वासियों ने दीपक जला कर उनका स्वागत किया था। 

गोवर्धन पूजा 5 नवंबर

5 नवंबर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पड़ रही है। इस दिन गोवर्धन पूजा है। हिंदू धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने अपनी छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत को उठा लिया था। भगवान इंद्र के प्रकोप से ब्रज वासियों को बचाने के लिए श्रीकृष्ण ने ऐसा किया था।

भाई दूज 6 नवंबर

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस पर्व को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन यमराज और उनकी बहन यमुना की पूजा करने का विधान है। यह त्योहार भाई-बहन के प्यार को समर्पित है। इस दिन बहनें अपने भाई के लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। 

खरना (छठ पूजा), विनायक चतुर्थी 8 नवंबर

8 नवंबर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पड़ रही है। इस दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस दिन खरना भी है जिससे छठ महापर्व की शुरुआत होगी। 

सूर्य षष्टि व्रत, छठ पूजा 10 नवंबर

इस दिन छठ पूजा का व्रत रखा जाएगा। छठ पूजा का पर्व भारत के विभिन्न राज्यों में श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है।

आंवला नवमी 12 नवंबर

इस वर्ष 12 नवंबर को आंवला नवमी का व्रत रखा जाएगा। मान्यताओं के अनुसार, इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

देवउठनी एकादशी, तुलसी विवाह 15 नवंबर

चातुर्मास के बाद, भगवान विष्णु देवउठनी एकादशी पर अपनी निद्रा से जागते हैं। इस दिन से सनातन धर्म के सभी शुभ कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। 15 नवंबर को तुलसी विवाह भी है।

प्रदोष व्रत 16 नवंबर

16 नवंबर को भौम प्रदोष का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती की पूजा का विधान है।

कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर

कार्तिक पूर्णिमा सनातन धर्म में विशेष तिथि मानी गई है। इस दिन गंगा स्नान किया जाता है। गंगा स्नान करने से भक्तों को विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।

संकष्टी चतुर्थी 23 नवंबर

23 नवंबर को भगवान गणेश को समर्पित संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से भक्तों को यश, वैभव, धन व समृद्धि की प्राप्ति होती है। 

उत्पन्ना एकादशी

भगवान विष्णु को समर्पित उत्पन्ना एकादशी इस वर्ष 30 नवंबर को है। उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।


 

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