वीजा रद्द होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन डिटेंशन होटल में रह रहे दुनिया के नंबर वन टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने निर्वासन के खिलाफ केस जीत लिया है। जोकोविच ने वीजा रद्द किए जाने को अदालत में चुनौती दी थी, जिस पर सोमवार को मेलबर्न में वर्चुअल सुनवाई हुई। कोर्ट ने जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया में एंट्री की इजाजत दी है और वीजा रद्द करने का अनुचित करार दिया है। कोर्ट ने सर्बिया टेनिस स्टार का पासपोर्ट समेत सभी व्यक्तिगत सामान लौटाने का आदेश दिया है।
हवाई अड्डे पर रद्द हुआ था वीजा
बता दें कि पिछले हफ्ते मेलबर्न हवाई अड्डे पर आने के बाद जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया में एंट्री करने से रोक दिया गया था, क्योंकि उनके पास कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट नहीं था। इसके बाद उनका वीजा रद्द कर दिया गया। वहीं, खिलाड़ी का कहना था कि उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन 2022 में खेलने के लिए चिकित्सा छूट मिली है। हालांलिक, ऑस्ट्रेलिया के सीमा अधिकारियों ने जोकोविच की बात मानने से इनकार कर दिया और कहा कि वह देश में प्रवेश के लिए सभी गैर नागरिकों के कोविड-19 के खिलाफ पूर्ण टीकाकरण की अनिवार्यता से छूट की पात्रता को पूरा नहीं करते।
इसके बाद जोकोविच के वकीलों ने ऑस्ट्रेलिया से निर्वासन को चुनौती देते हुए अदालत से कहा कि सर्बियाई खिलाड़ी पिछले महीने कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया था और इससे उबर चुका है। उन्होंने इसी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया के कड़े टीकाकरण नियमों से चिकित्सा छूट के लिए आवेदन किया था। ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सा विभाग ने छह महीने के भीतर कोरोना संक्रमण के शिकार लोगों को टीकाकरण मे अस्थायी छूट दी है। मालूम हो कि जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया में प्रवेश से रोके के जाने के बाद से उनके फैंस विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जोकोविच के परिवार ने भी उनके समर्थन में रैलियों का आयोजन किया।
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क्या ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलेंगे जोकोविच?
जोकोविच के ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने को लेकर अभी एक पेंच फंसा हुआ है। सर्किट कोर्ट के जज एंथोनी केली ने सरकार को आदेश दिया कि फैसले के 30 मिनट के भीतर जोकोविच को मेलबर्न के होटल से बाहर किया जाए। सरकारी वकील क्रिस्टोफर ट्रान ने जज को बताया कि आव्रजन , नागरिकता, आप्रववास सेवा और बहुसांस्कृतिक विभाग के मंत्री एलेक्स हॉके तय करेंगे कि वीजा रद्द करने के लिए उन्हें निजी अधिकार का इस्तेमाल करना है या नहीं। इसके मायने हैं कि जोकोविच को फिर निर्वासन झेलना पड़ सकता है और वह 17 जनवरी से शुरू हो रहे आस्ट्रेलियाई ओपन से बाहर हो सकते हैं।