पर्थ: कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया को चपेट में ले लिया है और जापान भी इससे अछूता नहीं रहा। सालों की तैयारियों के बाद टोक्यो ओलंपिक आयोजित करने के लिए तैयार था लेकिन अब इसे एक साल के लिए स्थगित करना पड़ा है। ऐसे में खिलाड़ियों की मेहनत पर भी पानी फिरा है, जिन्हें अब अगले वर्ष जुलाई का इंतजार करना होगा। इसी बीच ऑस्ट्रेलियाई महिला हॉकी टीम की गोलकीपर ने कुछ ऐसा किया है जिसने मिसाल पेश की है।
बेशक कोरोना के कारण इस साल तोक्यो ओलंपिक में रशेल लिंच का स्वर्ण जीतने का सपना टूट गया लेकिन ऑस्ट्रेलिया की ये महिला हॉकी खिलाड़ी अब नर्स के रूप में अपने देश की सेवा करने में जुट गई है। ऑस्ट्रेलियाई महिला हॉकी टीम की गोलकीपर लिंच एक रजिस्टर्ड नर्स भी हैं।
गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक टल चुका है और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने अब इसे अगले साल कराने का फैसला लिया है। अब जब ये आयोजन अगले साल होंगा, इसलिए लिंच ने दो कोविड-19 क्लीनिक में नर्स के तौर पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। वो पहले भी हफ्ते में एक दिन ‘न्यूरो रिहैबिलिटेशन वॉर्ड’ में काम करती थीं।
ऑस्ट्रेलिया में कोरोना महामारी की स्थिति
ऑस्ट्रेलिया में अभी तक 5000 से ज्यादा मामले पाये जा चुके हैं और 24 लोग मारे गए हैं। दुनिया भर में करीब 940000 लोग इस बीमारी की चपेट में हैं। रशेल लिंच ने जो फैसला लिया है वो मिसाल पेश करने वाला है। इससे पहले भारत से भी कुछ ऐसी खबरें देखने को आई थीं जहां कुछ क्रिकेटर अपनी पुलिस की नौकरी का पालन करते दिखे और लॉकडाउन में लोगों की मदद करते दिखाई दिए।