टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद पहली बार मैट पर उतरे स्टार भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया हालांकि दबदबे भरा प्रदर्शन नहीं कर दिखा सके लेकिन ट्रायल्स में रोहित को 4-2 से हराकर एशियाई चैम्पियनशिप के लिये भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का करने में सफल रहे। राष्ट्रीय महासंघ ने बजरंग, तोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि दहिया और दीपक पूनिया को सीधे फाइनल्स में उतारा था, जिससे दूसरे प्रतिस्पर्धी पहलवान और उनके कोच खुश नहीं थे।
आखिर में तीनों ने चैम्पियनशिप के लिये भारतीय टीम में जगह पक्की की जो मंगोलिया में 19 अप्रैल से शुरू होगी। रवि (57 किग्रा) को अमन ने वाकओवर दिया। अमन चार कड़े मुकाबलों के बाद पीठ में खिंचाव के कारण नहीं खेले और दीपक (86 किग्रा) ने विनोद को 6-0 से हराया और यह मैच विनोद को तीसरी चेतावनी दिये जाने के बाद खत्म हुआ।
बजरंग सत्र की शुरूआत दो रैंकिंग सीरीज टूर्नामेंट में खेलकर करना चाहते थे लेकिन बायें घुटने की समस्या के कारण ऐसा नहीं कर सके। बजरंग ने कहा, ‘‘ओलंपिक के बाद यह मेरी पहली बाउट थी। जब आप कई महीनों के बाद मैट पर उतरते हो तो उस तरह का पैनापन आने में समय लगता है। चोट लगने के बाद मैंने खुद अपना रिहैबिलिटेशन किया और मेरे साथ कोई व्यक्तिगत फिजियो नहीं था, वर्ना मैं थोड़ा जल्दी उबर जाता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं क्योंकि मैं आठ महीने बाद प्रतिस्पर्धी मुकाबले में था। मुझे अच्छा लगा।’’ बजरंग के घुटने में चोट जनवरी में सोनीपत में राष्ट्रीय शिविर के दौरान लगी थी। वहीं 74 किग्रा वर्ग में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली जिसमें यश तुशीर ने भारतीय टीम में जगह बनायी। मंगल (61 किग्रा), नवीन (70 किग्रा), गौरव बालियान (79 किग्रा), सत्यव्रत कादियान (97 किग्रा) ने भी राष्ट्रीय फ्रीस्टाइल टीम में अपने स्थान पक्के किये।