टोक्यो: बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाली सात्विकसाईराज रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने टोक्यो में खेली जा रही बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप के पुरुष युगल सेमीफाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया है। दोनों की जोड़ी ने भारत के लिए पुरुषों की डबल्स स्पर्धा में पहला पदक पक्का कर दिया है। ये जोड़ी कम से कम कांस्य पदक के साथ देश वापस लौटेगी।
शुक्रवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने तकुरो होकी और युगो कोबायाशी की दुनिया की नंबर दो युगल जोड़ी को मात देकर बड़ा उलटफेर कर दिया। भारतीय जोड़ी वर्तमान में वर्ल्ड रैंकिंग में सातवे स्थान पर काबिज है।
पुरुष युगल में भारत का पहला पदक
सात्विकसाईराज रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने जापान के खिलाड़ियों को जीड़ी को एक घंटे 15 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 24-22, 15-21, 21-14 के अंतर से मात दी। पहली बार कोई भारतीय पुरुष युगल जोड़ी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कोई पदक अपने नाम करने में सफल हुई है। भारत का यह युगल स्पर्धा में दूसरा पदक है। इससे पहले साल 2011 में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की महिला युगल जोड़ी ने कांस्य पदक अपने नाम किया था।
एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की जोड़ी को मिली हार
सात्विकसाईराज रेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी से पहले एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की एक अन्य पुरुष युगल जोड़ी का सफर क्वार्टर फाइनल में ही थम गया। तीन बार की स्वर्ण पदक विजेता मोहम्मद अहसान और हेंद्रा सेतियावान की इंडोनेशियाई जोड़ी के खिलाफ 8-21, 14-21 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। इंडोनेशियाई जोड़ी ने महज 30 मिनट में मुकाबला अपने नाम कर लिया।