भुवनेश्वर: भारत की शीर्ष महिला धाविका दुती चंद ने शनिवार को यहां 100 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया जबकि लंबी दूरी के धावक नरेंद्र प्रताप सिंह ने खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों में दूसरा सोने का तमगा जीता। यह दुती की साल की पहली रेस है। 24 साल की यह एथलीट अपने कलिंग इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नॉलाजी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उन्होंने तेजी से बढ़त बनायी और 11.49 सेकेंड के समय से पहला स्थान प्राप्त किया।
वहीं मेंगलोर विश्वविद्यालय की धनलक्ष्मी एस. ने 11.99 सेकेंड समय से रजत जबकि महात्मा गांधी विश्वविद्यालय की स्नेहा एसएस ने 12.08 सेकेंड से कांस्य पदक जीता। दुती ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, 'खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों में भाग लेना शानदार रहा। मैंने स्वर्ण पदक भी जीत लिया। मैं नतीजे से काफी खुश हूं। यह 2020 की मेरी पहली प्रतियोगिता है इसलिये साल की शुरूआत अच्छी रही। मैं पहली प्रतियोगिता में इतनी तेज दौड़ने की उम्मीद नहीं कर रही थी। हालांकि मैं 11.49 सेकेंड के समय से खुश हूं, लेकिन मैं 11.40 सेकेंड से कम समय से शुरूआत करना चाहती थी।'
उन्होंने कहा, 'मैं अगले टूर्नामेंट में समय में 10 से 15 सेकेंड का सुधार करूंगी। मैं इस समय फिट हूं, हालांकि अब मुझे अपनी रफ्तार में सुधार करना होगा।' पिछले साल राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 11.22 सेकेंड के समय से अपने राष्ट्रीय रिकार्ड को बेहतर करने वाली दुती को तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने के लिये 11.15 सेकेंड का समय निकालने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस और यात्रा संबंधित दिशानिर्देशों से सुनिश्चित नहीं हूं कि मुझे यूरोप में भाग लेने का मौका मिलेगा। मुझे लगता है कि मुझे इस सत्र में भारतीय प्रतियोगिताओं में ही ओलंपिक क्वालीफाइंग समय निकालना होगा।'
वह यहां 200 मीटर की स्पर्धा में भी भाग लेंगी। भारतीदासन विश्वविद्यायल के जी काथिरावन ने फोटो फिनिश के जरिये एम कार्तिकेयन को पछाड़कर पुरूष 100 मीटर स्पर्धा जीती। दोनों ने 10.68 सेकेंड का समय लिया था। पुरूषों की 5000 मीटर रेस में नरेंद्र प्रताप सिंह (मंगलूर विश्वविद्यालय) ने स्वर्ण पदक हासिल किया जो उनका इन खेलों में दूसरा सोने का तमगा है। उन्होंने 5000 मीटर के अपने विश्वविद्यालय रिकार्ड को तोड़कर यह स्थान प्राप्त किया। नरेंद्र प्रताप सिंह ने 10,000 मीटर में भी पहला स्थान हासिल किया था।