नई दिल्ली: फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ से निलंबन हटा दिया है। शीर्ष ईकाई ने शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। फीफा ने 17 अगस्त को तीसरी पार्टी के हस्तक्षेप के कारण एआईएफएफ को निलंबित किया था। सुप्रीम कोर्ट ने प्रफुल पटेल को हटाया और एआईएफएफ संचालित करने के लिए प्रशासकों की समिति नियुक्त की। एआईएफएफ को निलंबित करने के एक सप्ताह बाद फीफा ने भारतीय फुटबॉल जगत को बड़ी राहत दी है।
फीफा ने अपने बयान में कहा, 'फीफा परिषद के ब्यूरो ने निलंबन हटाने का फैसला किया जो तीसरी पार्टी के हस्तक्षेप के कारण अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ पर लगाया गया था। फीफा को इस बात की पुष्टि मिलने के बाद निर्णय लिया गया था कि एआईएफएफ कार्यकारी समिति की शक्तियों को ग्रहण करने के लिए स्थापित प्रशासकों की समिति के जनादेश को समाप्त कर दिया गया था और एआईएफएफ प्रशासन ने एआईएफएफ के दैनिक मामलों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया था। फीफा और एएफसी लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और समय पर चुनाव आयोजित कराने के लिए एआईएफएफ का समर्थन करेंगे।'
फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप एआईएफएफ के निलंबन के बाद भारत से बाहर चला गया था, अब देश में ही खेला जाएगा। टूर्नामेंट 11 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक खेला जाएगा। एआईएफएफ अब कार्यवाहक प्रबंध सचिव सुनंदो धर संचालित कर रहे हैं। बोर्ड को नया अध्यक्ष 2 सितंबर को चुनाव के बाद मिलेगा। भारत के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी बाईचुंग भूटिया ने नामांकन भरा है। पूर्व भारतीय गोलकीपर कल्याण चौबे भी रेस में दावेदार हैं।
बाईचुंग भूटिया ने इस सप्ताह द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत मं कहा था, 'कल्याण अच्छे व्यक्ति हैं। मगर मैं बेहतर अध्यक्ष रहूंगा। मैं उनसे ज्यादा खेल के साथ न्याय कर सकता हूं। मैं फुटबॉल क्लब चलाता हूं। मैं पिछले छह साल से सिक्किम में राज्य संघ में हूं। मुझे इंग्लैंड में खेलने का एक्पोजर है। मैं दुनिया के कुछ शीर्ष फुटबॉलर्स के नियमित संपर्क में हूं। मैंने भारतीय फुटबॉल प्लेयर्स एसोसिएशन की शुरूआत की। भारत में एकमात्र फुटबॉल की प्लेयर्स एसोसिएशन जो नियमबद्ध है।'