जियोंजू (दक्षिण कोरिया): दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संकट के खत्म होने के बाद दर्शकों के बिना फुटबॉल टूर्नामेंट शुरू हुआ जो खाली स्टेडियम में कराया गया लेकिन इसे देखने के लिये बड़ी भारी संख्या में अंतरराष्ट्रीय टीवी दर्शक स्क्रीन पर नजर गड़ाये थे। इस जियोंजू स्टेडियम ने 2002 विश्व कप के तीन मैचों की मेजबानी की थी और 42,477 दर्शकों की क्षमता का यह स्टेडियम शुक्रवार को खाली पड़ा था जिसमें लीग का शुरुआती मुकाबला खेला गया।
दुनिया में ज्यादातर लीग कोविड-19 महामारी की वजह से बंद हैं लेकिन के-लीग पहली प्रतियोगिता होगी जो कोविड-19 के बाद शुरू हुई है और इसे देखने के लिये विदेशों में दर्शक बेताब थे जिन्हें इतने समय से कोई टूर्नामेंट देखने को नहीं मिला है। हालांकि मैच के दौरान सुरक्षा के लिये कई दिशानिर्देश जारी किये जिसमें गोल का जश्न मिलजुलकर नहीं मनाना और किसी से बातचीत नहीं करना शामिल था।
लीग इस महामारी के चलते दो महीने देर से शुरू हुई और शुरूआती मुकाबला गत चैम्पियन जियोनबुक मोटर्स और सुवोन ब्लूविंग्स के बीच खेला गया जिसे देखने के लिये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रेमी नजर गड़ाए रहे। मैच से पहले स्टेडियम में केवल मीडिया वर्ग में हलचल थी जिसमें पत्रकारों और स्टाफ की आवाज सुनाई दे रही थी।
मैच कड़े सुरक्षा दिशानिर्देशों के बीच खेला गया, जितने भी लोगों ने स्टेडियम के अंदर प्रवेश किया उनके शरीर का तापमान चेक किया गया और उन सभी को मास्क पहनना जरूरी थी। पूरे स्टेडियम में हैंड सैनीटाइजर रखे थे। खिलाड़ियों को गोल होने पर अत्यधिक जश्न मनाने, हाथ मिलाने, करीब से बात करने और नाक सिनकने की मनाही थी। फील्ड ऑफ प्ले में जो भी खिलाड़ी, रेफरी या मैनेजर थे उनके अलावा हर किसी ने मास्क पहना हुआ था।
इस मैच को ब्रिटेन, जर्मनी, आस्ट्रेलिया सहित 36 देशों में लाइव दिखाया गया। यूट्यूब पर इसकी लाइव स्ट्रीमिंग और ट्विटर पर इंग्लिश में ग्राफिक्स और कमेंटरी की जा रही थी। पिछला प्रीमियर लीग मैच 59 दिन पहले खेला गया था।
मैच में जियोनबुक मोटर्स नें 1-0 के अंतर से जीत हासिल की। मैच के पहले हाफ में दोनों टीमों में से कोई भी गोल नहीं कर सका। सेकेंड हाफ में जियोनबुक के लिए 84वें मिनट में डॉन्ग गुक ली ने किया। इसके बाद मैच में और कोई गोल नहीं हो सका और यही गोल निर्णायक साबित हुआ।
(भाषा इनपुट के साथ)