आइनट्राक्ट फ्रैंकफर्ट ने जब बुधवार को स्पेन के सेविला में ग्लास्गो रेंजर्स पर पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से जीत दर्ज कर यूरोपा लीग खिताब जीता तो जर्मनी में क्लब का घरेलू स्टेडियम खचाखच हजारों प्रशंसकों से भरा था जिन्होंने मिलकर खूब जश्न मनाया। फ्रैंकफर्ट में जब राफेल बोरे ने पेनल्टी में निर्णायक गोल दागकर क्लब का 42 साल का इंतजार खत्म किया तो जर्मनी के स्टेडियम में मौजूद करीब 60,000 प्रशंसक खुशियों से नाचने लगे। कुछ कूद रहे थे, कुछ चिल्ला रहे थे और कुछ हवा में मुठ्ठियां मार रहे थे तो कुछ गले लग रहे और कुछ तो खुशी के मारे रो भी रहे थे।
शहर की सड़क हॉर्न बजाती हुई कारों से भरी थीं और लोग फ्रैंकफर्ट का स्कार्फ डाले हुए पब से निकलकर एक दूसरे को गले लगाकर जीत का जश्न मना रहे थे। यह फ्रैंकफर्ट की 1980 यूएफा कप के बाद पहली यूरोपीय ट्राफी थी। तब यूएफा लीग का नाम यूएफा कप था जिसमें फ्रेड शाउब ने बोरिसया मोंशेनग्लाबाख के खिलाफ विजयी गोल दागा था।
फ्रैंकफर्ट और रेंजर्स के बीच 1-1 की बराबरी के बाद जब मैच अतिरिक्त समय और पेनल्टी में गया तो खेल प्रेमियों का इंतजार बढ़ता ही जा रहा था। रेंजर्स को 57वें मिनट में जो अरीबो ने बढ़त दिलायी जिसके बाद फ्रैंकफर्ट के लिये राफेल बोरे ने टीम को 69वें मिनट में बराबरी पर ला दिया था। जीत के बाद क्लब के आस्ट्रियाई कोच ग्लास्नर भी खिलाड़ियों के साथ सेविला के रामोन सांचेज पिजुआन स्टेडियम में जश्न में शामिल हो गये।
ग्लास्नर ने कहा, ‘‘मैं शनिवार तक जश्न मनाऊंगा और रविवार को मैं छुट्टियों पर जा रहा हूं।’’ अब फ्रैंकफर्ट की टीम यूरोपीय सुपर कप में 10 अगस्त को हेलसिंकी में चैम्पियंस लीग की विजेता से भिड़ेगी जिसके फाइनल में रियाल मैड्रिड का सामना लिवरपूल से होगा। फ्रैंकफर्ट ने बुधवार को फाइनल में जीतकर चैम्पियंस लीग के अगले सत्र के ग्रुप चरण में जगह बनायी।