बेंगलुरु: आत्मविश्वास से भरे भारतीय पुरुष हॉकी टीम के उपकप्तान हरमनप्रीत सिंह को उम्मीद है कि टीम आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में ऑस्ट्रेलिया के स्वर्णिम अभियान को रोकने में सफल रहेगी। हॉकी 1998 में राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा बना और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इसके बाद पुरुषों की प्रतियोगिता में सभी छह स्वर्ण पदक जीते हैं।
गोल्ड मेडल जीतने के लिए करेंगे पुरजोर कोशिश
हरमनप्रीत ने शुक्रवार को भरोसा जताया कि उनकी टीम बर्मिंघम में पासा पलटने में सफल रहेगी। उन्होंने कहा, 'टीम लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हमने एफआईएच हॉकी प्रो-लीग में भी अच्छा खेला और इसलिए टीम में आत्मविश्वास की कमी नहीं है। हम मैच जीतते रहना चाहेंगे। हम निश्चित रूप से राष्ट्रमंडल खेल 2022 में स्वर्ण जीतने के लिए अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।'
कुछ विशेष पहलुओं पर कर रही है टीम काम
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रमंडल खेलों के लिए हमारी तैयारी बहुत अच्छी चल रही है। हम अभ्यास सत्र के दौरान अपने खेल के कुछ विशेष पहलुओं पर काम कर रहे हैं। हमारा ध्यान एफआईएच हॉकी प्रो लीग में हुई गलतियों से सीखने पर है।'
रक्षापंक्ति में खामी है टीम के लिए चिंता का विषय
इस ड्रैग-फ्लिकर ने कहा कि गेंद को गोल पोस्ट के पास ले जाकर उसे सफलतापूर्वक गोल में बदलना और रक्षापंक्ति की खामी भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है लेकिन टीम इन दोनों पहलुओं पर लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा, 'हम लगातार अभ्यास मैच खेल रहे है। मुख्य टीम शिविर में शामिल अन्य खिलाड़ियों की टीम के खिलाफ खेल रही है। इन अभ्यास मैचों से हमें मैदान में आपसी समन्वय सुधारने में मदद मिली है। इससे हमें अपनी रणनीतियों को परखने का मौका भी मिल रहा है।'