पैसे नहीं मिलने पर घंटों अस्पताल में रखा रहा पूर्व कप्तान मंजूर हुसैन का शव, फिर ऐसे हल हुआ मामला

स्पोर्ट्स
भाषा
Updated Aug 29, 2022 | 22:30 IST

Olympian Manzoor Hussain passes away: पाकिस्तान के ओलंपियन मंजूर हुसैन का शव अस्पताल ने कई घंटे तक अपने पास रखा, जिसकी वजह बकाया भुगतान था।

Manzoor Hussain
मंजूर हुसैन  |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • ओलंपियन मंजूर हुसैन नहीं रहे
  • उनका निजी अस्पताल में निधन हुआ
  • मंजूर ने पाक हॉकी टीम की कप्तानी की थी

लाहौर: पाकिस्तान के ओलंपियन और हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मंजूर हुसैन के शव को  यहां के एक निजी अस्पताल ने इलाज का बकाया नहीं चुकाने पर सोमवार को कई घंटों तक सौंपने से इनकार कर दिया। मंजूर की हृदय गति रुकने से मौत हो गई थी। 

मंजूर जूनियर के नाम से मशहूर 64 साल के हुसैन 1976 और 1984 के ओलंपिक में क्रमश: कांस्य और स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। वह 1978 और 1982 में विश्व कप जीतने वाली हॉकी टीमों का भी हिस्सा थे। 

हुसैन दिल की बीमारी से पीड़ित थे और उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद सोमवार तड़के उन्हें अस्पताल ले जाया गया। ओलंपियन को लाहौर के शालीमार अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनका निधन हो गया।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार के एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, 'अस्पताल प्रबंधन ने इलाज के बकाया रकम का भुगतान नहीं करने पर इस पूर्व दिग्गज के शव को कई घंटे तक रोके रखा। बाद में पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने इस मामले का संज्ञान लिया और पांच लाख रुपये (पीकेआर) के भुगतान की व्यवस्था की। इसके बाद उनके शव को परिजनों को सौंपा गया।'
 

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