वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप: सनसनीखेज जीत के बाद प्री क्वार्टर फाइनल में एचएस प्रणय, अब लक्ष्य सेन से होगी टक्कर

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Updated Aug 24, 2022 | 23:00 IST

HS Prannoy in BWF World Championships 2022: एचएस प्रणय ने वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के प्री क्वार्टर फाइनल में एंट्री कर ली है। अब प्रणय की भिड़ंत लक्ष्य सेन से होगी।

HS Prannoy
एचएस प्रणय  |  तस्वीर साभार: AP
मुख्य बातें
  • वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022
  • बुधवार को टूर्नामेंट का तीसरा दिन
  • प्रणय प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंचे

टोक्यो: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने दूसरे वरीय केंटो मोमोटा को लगातार गेम में हराकर सनसनीखेज जीत दर्ज की जबकि राष्ट्रमंडल खेलों के मौजूदा चैम्पियन लक्ष्य सेन भी बुधवार को यहां विश्व चैम्पियनशिप के पुरूष एकल प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। गैर वरीय प्रणय ने उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन करते हुए दर्शकों के पसंदीदा और दो बार के पूर्व विश्व चैम्पियन मोमोटा को दूसरे दौर के मुकाबले में 21-17 21-6 से पराजित किया। यह प्रणय की मोमोटा पर आठ मैचों में पहली जीत है। पिछली भिड़ंत में भारतीय खिलाड़ी अपने से ऊंची रैंकिंग के जापानी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ केवल एक गेम ही जीत सका था। 

इससे पहले सेन ने स्पेन के लुईस पेनावेर पर 72 मिनट में 21 . 17, 21 . 10 से जीत दर्ज की। प्रणय और सेन गुरुवार को अंतिम 16 के मुकाबले में एक दूसरे से भिड़ेंगे। प्रणय ने मैच के बाद कहा, ‘‘उसके खिलाफ रिकॉर्ड इतना शानदार नहीं रहा है। शीर्ष स्तर पर खेलने वाले खिलाड़ी के खिलाफ खेलना हमेशा मुश्किल होता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे आज उनके खिलाफ वास्तव में काफी अनुशासित होकर खेलना पड़ा। मुझे लगता है कि गेम को अच्छी तरह से आगे बढ़ाना काफी अहम था कि किस गेम को आगे बढ़ाया जाये और किसे गंवाना ठीक है। इस तरह रणनीति बनाने में मैं आज सही रहा।’’

भारत की ‘थॉमस कप’ जीत के नायक रहे प्रणय ने कहा, ‘‘वह अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं खेला। लेकिन जीत तो जीत है। और एक राउंड खेलना अच्छा है। मैं अपने खेल के मानसिक पहलू पर काम कर रहा हूं। मैं संयमित रहने की कोशिश कर रहा हूं। लेकिन अब भी सुधार की गुजांइश है। ’’ हालांकि पिछले चरण के उपविजेता किदाम्बी श्रीकांत दूसरे दौर में चीन के झाओ जुन पेंग से हारकर बाहर हो गए। एक समय 3 . 4 से पिछड़ने के बाद नौवीं वरीयता प्राप्त सेन ने शानदार वापसी करते हुए छह अंक लेकर 13 . 7 की बढत बना ली। उन्होंने इस लय को जारी रखकर पहला गेम जीता। विश्व चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता सेन ने दूसरे गेम में भी अपने प्रतिद्वंद्वी को वापसी नहीं करने दी।

श्रीकांत को दुनिया के 32वें नंबर के खिलाड़ी पेंग ने 21 . 18, 21 . 17 से मात दी। महज 34 मिनट तक चले मुकाबले में श्रीकांत बिल्कुल भी लय में नहीं दिखे। पहले गेम में झाओ ने 12 मिनट में जीत दर्ज की। दूसरे गेम में एक समय वह 16 . 14 से आगे थे लेकिन सहज गलतियों का उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। इससे पहले एम आर अर्जुन और ध्रुव कपिला पुरूष यु्गल वर्ग के प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए लेकिन महिला वर्ग में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी हारकर बाहर हो गए। अर्जुन और कपिला की गैर वरीय जोड़ी ने डेनमार्क के आठवीं वरीयता प्राप्त किम एस्ट्रूप और एंडर्स स्कारूप रासमुसेन को 21 . 17, 21 . 16 से हराया।

अब उनका सामना सिंगापुर के ही योंग टैरी और लोह कीन हीन से होगा। पोनप्पा और सिक्की को शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन की चेन किंग चेन और जिया यि फान ने 42 मिनट में 21 . 15, 21 . 10 से मात दी। पूजा डांडु और संजना संतोष की जोड़ी भी तीसरी वरीयता प्राप्त कोरिया की ली सो ही और शिन सियुंग चान से हार गई। चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की आठवी वरीयता प्राप्त पुरूष युगल जोड़ी ने ग्वाटेमाला के सोलिस जोनाथन और अनिबल मारोक्विन को 21-8 21-10 से हराकर राउंड 16 में प्रवेश किया जहां उनका सामना डेनमार्क के जेमे बे और लासे मोलहेडे से होगा।

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