टोक्यो: भारत की महिला गोल्फर अदिति अशोक शानदार प्रदर्शन करते हुए टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं की व्यक्तिगत स्ट्रोक प्ले इवेंट में चौथे स्थान पर रहीं। चौथे और अंतिम राउंड के अंतिम क्षणों में की गई कुछ गलतियां अदिति को पदक से दूर ले गईं। वह तीन राउंड तक पदक की दौड़ में बनी हुई थीं। चौथा स्थान भी अदिति के लिए हर मायने में सराहनीय कहा जाएगा। अपना दूसरा ओलंपिक खेल रहीं अदिति रियो ओलंपिक में 41वें स्थान पर रही थीं। लेकिन टोक्यो में अदिति ने शुरू से ही शानदार प्रदर्शन किया और तीसरे राउंड की समाप्ति तक टॉप-3 में बनी रहीं।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनके शानदार प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा, ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाली भारत की पहली महिला गोल्फर! अदिति अशोक अपने प्रदर्शन के लिए स्टैंडिंग ओवेशन की हकदार हैं। आपने लगातार अच्छा खेला, हमने अंत तक अपनी सांस रोक रखी थी! आपने इतिहास रच दिया।'
मुकाम हासिल करने वाली पहली गोल्फर
चार राउंड में 15-अंडर स्कोर 269 जुटाने वाली अदिति से पहले यह मुकाम कोई भारतीय हासिल नहीं कर सका है। भारत के लिए खेलों में निशानेबाज अभिनव बिंद्रा, जिमनास्ट दीपा करमाकर और निशानेबाज जॉयदीप कर्माकर ने जो मुकाम हासिल किया है, अदिति का प्रदर्शन हर लिहाज से उससे मेल खाता है।
विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी को हराया
विश्व की नम्बर-1 अमेरिका की एलपीजीए चैम्पियन नेली कोर्डा ने 17-अंडर स्कोर 267 के स्कोर के साथ इस इवेंट का स्वर्ण जीता जबकि रजत जापान की मोने इनामी के खाते में गया। मोने ने तीसरे स्थान के लिए हुए प्लेऑफ मुकाबले में न्यूजीलैंड की लीडिया को हराया। भारत की एक अन्य गोल्फर दीक्षा डागर हालांकि प्रभावित नहीं कर सकीं। दीक्षा 60 गोल्फरों के बीच संयुक्त रूप से 50वें स्थान पर रहीं।
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)