भारतीय महिला टीम ने सोमवार को यहां सुल्तान काबूस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए मैच में चीन को 7-1 से हराकर एफआईएच प्रो लीग में शानदार शुरुआत की है। भारतीय टीम (जिसे ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की वापसी के बाद इस साल के एफआईएच प्रो लीग सीजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है) महिला एशिया कप के बाद खेले गए मैच में चीनियों से बेहतर प्रदर्शन करने में कामयाब रही है। सविता की टीम ने उन्हीं विरोधियों को 2-0 से हराकर कांस्य पदक जीता था।
बेहतर खेल के साथ एफआईएच हॉकी प्रो लीग में भारत के प्रवेश को एक जीत से चिह्न्ति किया गया, जिससे पता चलता है कि जेनेक शॉपमैन और उनकी टीम लीग में आगे की चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
मस्कट में यह पहला दिन था, जब शहर ने अपने पहले एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैच की मेजबानी की। हॉकी के दिवाने शहर ने अभी-अभी 2022 महिला एशिया कप की मेजबानी की थी और अब उस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली दो टीमों भारत और चीन 2022 के शुरुआती एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैच में आमने-सामने आईं।
कोविड से संबंधित यात्रा प्रतिबंधों के कारण ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रतियोगिता से हटने के बाद, भारतीय महिलाओं के लिए एफआईएच हॉकी प्रो लीग में यह उनका पहला मैच था। टूर्नामेंट से पहले मुख्य कोच जेनेक शॉपमैन ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग में अपनी टीम को नियमित, उच्च गुणवत्ता वाली प्रतियोगिता के अवसर की पेशकश की थी।
हॉकी प्रो लीग मैच में भारत के लिए एक और पहले में पेनल्टी स्ट्रोक से तीन गोल किए गए। वहीं सबसे अधिक पेनल्टी स्ट्रोक से गोल दागे गए। शर्मिला देवी को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। स्ट्राइकर ने कहा, "मैं उस प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। हमने बहुत अच्छा खेला और हम पहली बार एफआईएच हॉकी प्रो लीग में खेलने के लिए बहुत उत्साहित हैं।"